• कहा सम्प्रदायिक सोच वाली पार्टी जदयू को भाजपा में कर लेना चाहिए विलय : शाहीन
समस्तीपुर : वक़्फ संशोधन बिल बुधवार को लोकसभा में पेश किया गया है इस बीच लालू यादव की पार्टी राजद के विपक्षी मुख्य सचेतक सह राजद से समस्तीपुर विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने
वक़्फ़ संसोधन बिल को काला कानून बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धर्मनिरपेक्षता का चोला ओढ़ने का दिखावा करने वाला बताया ।
समस्तीपुर से राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा की बुधवार को जो कानून लोकसभा में पेश किया जा रहा है वह एक काला कानून है । देश की तमाम धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के द्वारा पुरजोर तरीके से विरोध किया जा रहा है ।
तमाम धार्मिक संस्थाएं भी इसका विरोध करने का काम कर रही है । स्पष्ट रूप से मानना है कि यह मुस्लिमों की संपत्ति हड़पने की साजिश है साथ ही भारत के संविधान पर भी यह हमला है,
समानता पर हमला है और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है यह पूरी तरह से काला कानून है बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे लोग भी बेनकाब हुए हैं जो धर्मनिरपेक्ष का चोला पहने हुए थे आज उतर गया है। पूरी तरह से भाजपा मय हो चुके हैं ।
शुरू से लगा कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे लोग इस बिल का विरोध करेंगे लेकिन यह लोगों का भी धर्मनिरपेक्ष का चेहरा बेनकाब हो गया है,यह लोग सत्ता के लालच में धर्मनिरपेक्षता की छवि को खराब कर यह साबित किया कि ये लोग भी भाजपा के सम्प्रदायिक सोच के साथ हैं ।
इसलिए इन लोगों को अलग पार्टी बनाए रखने का कोई औचित्य है ।जनता दल यूनाइटेड, मांझी की हम पार्टी और चिराग पासवान की पार्टी को भारतीय जनता पार्टी में विलय कर लेना चाहिए जब आपकी विचारधारा उससे अलग नहीं है तो अलग पार्टी का कोई औचित्य नहीं है ।वैसे नेता जो इनलोगों के पार्टी में शामिल है उन्हें भी छोड़ देना चाहिए ।
साथ ही वफ्फ संसोधन बिल के सवाल पर राजद विधायक ने कहा कि कानून लाना विवादस्पद कुछ भी नहीं है। इसके लिए पहले से ही एक व्यवस्था बनी हुई है जो हर धर्म के प्रॉपर्टी के देखरेख के लिए एक बोर्ड बना हुआ ।
हिन्दुओ के लिए न्यास बोर्ड बना हुआ है इसमें छेड़छाड़ करने की जरूरत ही नहीं थी यह एक सोची समझी आपस में लड़ाने की एक बहुत बड़ी साजिश है ।