• मुख्यमंत्री के हाथों समस्तीपुर जिले के 35114 लोगों को पीएम आवास के लिए दी गई प्रथम किस्त की राशि,
• बिहार में पहले स्थान पर समस्तीपुर 4509 लोगों को उपलब्ध कराई चाबी
( झून्नू बाबा )
समस्तीपुर : पीएम आवास योजना के तहत घर विहीन लोगों को आवास मिलना शुरू हो गया है। बुधवार को कलेक्ट्रेट में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों के 35114 लोगों को पीएम आवास बनाने के लिए प्रथम किस्त की राशि प्रदान की।
प्रथम किस्त के रूप में लाभुक को 40-40 हजार रुपए ऑनलाइन उनके अकाउंट में भेजे गए हैं। कलेक्ट्रेट परिसर के सभागार में आयोजित एक साधे समारोह के दौरान सैद्धांतिक तौर पर पहुंचे लाभुकों को यह राशि दी गई।
जिला उप विकास आयुक्त संदीप शेखर प्रियदर्शी ने बतलाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024 -25 में समस्तीपुर जिले को ग्रामीण विकास विभाग पटना द्वारा कल 44477 आवास बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
जिसमें अब तक दो चरणों में कुल 38286 आवास की स्वीकृति प्रदान की गई। दूसरे चरण में 26206 आवास की स्वीकृति प्रदान की गई ।
जिसके विरुद्ध आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23517 लाभार्थियों को प्रथम किसकी राशि 94.680 करोड़ का भुगतान किया जा रहा है जिसमें इस वित्तीय वर्ष में कुल 35114 लाभार्थियों को प्रथम किस्त का भुगतान किया गया है।
जो राजकीय और 38 जिलों में सबसे अधिक है।जिला उप विकास आयुक्त ने जानकारी देते हुए बतलाया कि जिले को प्राप्त लक्ष्य के अनुसार अब तक 4509 आवास को पूर्ण कराया गया है।
सैद्धांतिक तौर पर समस्तीपुर प्रखंड के पांच लाभार्थियों को कलेक्ट्रेट में बुलाकर उन्हें चाबी प्रदान की गई है। इसके अलावा जिले के 20 प्रखंड के वीडियो को लाभार्थियों को कार्यक्रम के तहत चाबी उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि वैसे ही लाभुक को चाबी प्रदान की गई है । जिनके मकान निर्माण पूर्ण हो चुका था और भौतिक सत्यापन कराया गया था भौतिक सत्यापन में यह सिद्ध हुआ कि मकान निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है ऐसे ही लोगों को चाबी प्रदान की गई है।
लाभुक कुमारी अंजू ने बतलाया कि उनके पास पहले आवास नहीं था उनके पति ठेला चलाते हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें राशि मिली। जिस राशि से उन्होंने घर का निर्माण कराया है अब उन्हें चाबी प्रदान की गई है।
लाभुक विभा देवी का बताना है कि उनके पति मजदूरी करते हैं घर बनाने के लिए पैसा नहीं था प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें छत मिली है । अब पूरा परिवार हंसी खुशी से इस छत में आगे का जीवन व्यतीत करेंगे।