( झून्नू बाबा )
समस्तीपुर । बिहार सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा चलाए गए 'मेरा प्रखंड, मेरा गौरव' प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त कर चकहबीब निवासी वरिष्ठ पत्रकार मनोरंजन प्रसाद मिश्र ने समरस समाज के लिए इतिहास रचा है।
इनके प्रयास से विभूतिपुर प्रखंड अंतर्गत कल्याणपुर उत्तर पंचायत के ऐतिहासिक दैंता पोखर को पर्यटन विभाग के मानचित्र स्थापित करवा दिया है।
पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाले मनोरंजन प्रसाद मिश्र को पुरस्कृत करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। ये कहते हैं कि ऐतिहासिक दैंता पोखर का पूर्व से ही इतिहासिक और धार्मिक महत्व रहा है।
इन्हें पुरस्कृत होने पर कविवर चांद मुसाफिर, साहित्यिक संस्था 'विकल्प' के अध्यक्ष सह कवि राजाराम महतो, कथाकार सौरभ वाचस्पति 'रेणु', शायर व गजलकार अक्स समस्तीपुरी, अनिल अग्निहोत्री, स्वयं प्रभा, दिवाकर दिव्यंक,
पत्रकार राम कुमार, चंदन कुमार राय, धर्मेन्द्र कुमार, अशोक कुमार महतो, विनय भूषण, रंजीत कुमार, राजेश कुमार, नवनीत झा, समसूल आलम, पूर्व मुखिया राम नारायण राय, रणवीर कुमार विनोद समेत दर्जनों लोगों ने बधाई दी है।
इस बात का जिक्र करते हुए स्थानीय लोग बताते हैं कि उक्त पोखर प्रकृति की अनुपम व मनोहर छटा बिखरने वाली ऐतिहासिक है, 52 एकड़ के विस्तृत भू-भाग में फैला हुआ है। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बिन्दु रहा है।
इसे 'कल्याणदेई' के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मां कल्याणी के नाम से विकसित इस पोखर के भिंड पर आकर पर्यटक रात्रि विश्राम कर सुबह मां का आशीर्वाद लेकर यहां से चलते तो उनके सभी मनोरथ सिद्ध होते थे।
पूर्व में दैता पोखर समस्तीपुर जिला का एक बहुत बड़ा पर्यटक स्थल रहा है। मां कल्याणी की कृपा पर्यटकों पर यहां सदा बनी रही है। इसलिए इस पोखर से पुराने जमाने की कई किबदंतिया जुड़ी है।
लोगों का मानना है कि प्राचीन काल में इस पोखर की खुदाई दैत्त्यों द्वारा रातों-रात कर दिया गया था। वैसे दूसरी जनश्रुतियों के अनुसार इस तालाब की खुदाई महथा स्टेट द्वारा उसे वक्त फसलों की सिंचाई के लिए की गई थी।
बाद में यह पोखर देवी मां कल्याणी के नाम से विकसित हुई थी। इस पोखर के जल भाग को भारत के मानचित्र के अनुरुप विकसित करने का प्रस्ताव कल्याणपुर उतर की ग्राम पंचायत की आम सभा, पंचायत समिति आदि से वर्षो पूर्व से पारित है।
अब, बिहार के पर्यटन मानचित्र में कल्याणपुर के दैंता पोखर के नाम का भी शुमार होगा और सरकार को राजस्व में भी वृद्धि होगी। सैकड़ो लोगों को रोजी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
बताते चलें कि उक्त प्रशस्ति पत्र 31 जनवरी को ही पटना के मौर्या होटल में समारोह आयोजित कर दिया गया। परंतु मनोरंजन प्रसाद मिश्र की माताजी का निधन हो जाने के कारण इसे 18 फरवरी को वे पर्यटन निदेशालय पटना से प्राप्त कर सके हैं।