समस्तीपुर जिले में हुआ बाढ़ राहत घोटाला। Samastipur News


• मोहिउद्दीननगर के मदुदाबाद पंचायत में नहीं आया था बाढ़ 

• बावजूद 200 से अधिक लोगों को किया गया राहत का भुगतान 

              ( झून्नू बाबा )

समस्तीपुर : जिले में बाढ़ घोटाला हुआ है। गत वर्ष मोहिउद्दीननगर प्रखंड के मदूदाबाद पंचायत में गंगा के बाढ़ का पानी नहीं आया था। बावजूद पंचायत के अधिकतर लोगों के अकाउंट में बाढ़ राहत की राशि ट्रांसफर की गई।अब इस मामले को लेकर गांव के ही अवनीश कुमार द्वारा जिलाधिकारी से लेकर आपदा के अधिकारी तक शिकायत दर्ज कराई गई है।



 मामला सामने आने के बाद इस मामले में पटोरी के एसडीओ विकास पांडे ने जांच का आदेश जारी किया है। वही इस मामले में मोहिउद्दीननगर के सीईओ से जबाव तलब किया गया है। इसके बाद इस मामले से जुड़े कर्मी और अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है।


 मोहिउद्दीननगर के अवनीश कुमार के द्वारा डीएम रौशन कुशवाहा समेत कई आला अधिकारियों को आवेदन देकर यह आरोप लगाया गया है कि गत वर्ष गंगा नदी में आई बाढ़ के कारण पटोरी अनुमंडल क्षेत्र के मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर के कई पंचायत वार्ड की चपेट में आए थे। लेकिन मोहिउद्दीननगर का मदुदाबाद पंचायत बाढ प्रभावित नहीं था।यहां बाढ़ का पानी नहीं आया था।


 सरकारी रिकॉर्ड में भी यह बाढ़ से मुक्त पंचायत है ।बावजूद इस पंचायत के लोगों के अकाउंट में बाढ़ राहत की सात - सात हजार रुपए की राशि बिचौलियों के माध्यम से भेजी गई। किस तरह से हुआ मामले का उजागर,बतलाया गया है कि लोगों के अकाउंट में राशि आने के बाद पंचायत के एक जनप्रतिनिधि के द्वारा इसे मनरेगा की राशि बताते हुए यूपीआई के माध्यम से वापस निजी अकाउंट में लिया गया इसके बाद यह मामला खुल गया और चारों ओर चर्चा होने लगी।


 बताया गया कि अकाउंट धारी के अकाउंट में मात्र पांच ₹500 छोड़ दिए गए और 6500 यूपीआई के माध्यम से जनप्रतिनिधि ने अपने अकाउंट में ले लिया। पटोरी के एसडीओ विकास पांडे ने बतलाया कि बाढ़ राहत की राशि कुछ ऐसे पंचायत में भी जाने की बात सामने आई है जहां बाढ़ नहीं आई थी। 


मामले की जानकारी मिलने के बाद इस मामले में मोहिउद्दीन नगर के साथ ही मोहनपुर के सीईओ से जवाब तलब किया गया है साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है इस मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी जरुरी हुआ तो प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

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