पूजा में विधि व्यवस्था दुरुस्त रहेगी डीजे पर पूर्णत प्रतिबंध रहेगा! डीएम
( झुन्नू बाबा )
समस्तीपुर ! समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी समस्तीपुर रोशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर अशोक मिश्रा के द्वारा शांति समीक्षा समिति की बैठक एवं विधि व्यवस्था संबंधित समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया ।
सर्वप्रथम विभिन्न अनुमंडल से आए हुए शांति समिति के सदस्यों से पूर्व के अनुभव एवं विधि व्यवस्था से संबंधित विषयों पर चर्चा किया गया एवं सुझाव मांगे गए।
शांति समिति के सदस्यों के द्वारा पूर्व के किए गए अनुभव को शेयर किया गया एवं संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त पुलिस की प्रतिनियुक्ति, विधि व्यवस्था की चौकस व्यवस्था, यातायात संबंधी विषयों पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए जिस पर जिलाधिकारी ने सभी को आश्वस्त किया कि विधि व्यवस्था पूरी तरह दुरूस्त रहेगी।
इसके पश्चात जिलाधिकारी समस्तीपुर एवं पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारी ,सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी थाना प्रभारी के साथ समीक्षा बैठक की गई।
सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक के द्वारा सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी से निरोधात्मक कार्रवाई के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की गई एवं अब तक उनके द्वारा किए गए कार्यों पर असंतोष जाहिर किया गया।
साथ ही कड़ी चेतावनी दी गई कि किसी भी परिस्थिति में लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा पूरे पूजा अवधि भर एवं जुलूस के समय डीजे पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा, इसके लिए सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत डीजे संचालकों से मीटिंग कर लेंगे एवं उनको आवश्यक निर्देश दे देंगे ।
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी पूजा पंडाल या जुलूस बिना बिना लाइसेंस के नहीं होने चाहिए अगर ऐसा पाया जाता है तो त्वरित गति से कार्रवाई की जाएगी एवं संबंधित पदाधिकारी की जवाब देही तय की जाएगी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि सांप्रदायिक स्वभाव बनाए रखने की जरूरत है
किसी भी पूजा पंडाल में अवांछित नारे ,माहौल खराब करने वाले या किसी की भावना के आहत करने वाले गाने या किसी भी प्रकार के कार्य नहीं किए जाने चाहिए जिससे सांप्रदायिक सौहार्द खराब हो साथ ही विसर्जन के समय में बैरिकेडिंग की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए। इसके अलावा जिन जिन स्थलों पर रावण वध का कार्यक्रम है
वहां रावण वध समितियों से बात करके वालंटियर की प्रति नियुक्ति एवं पूजा समिति के सहयोग से अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जानी चाहिए ।पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा बताया गया कि कई बार चंदा वसूली के क्रम में भी विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसलिए चंदा वसूली सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी हालत में नहीं होनी चाहिए सभी संबंधित थाना प्रभारी से अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करायेंगे।
इसके पश्चात जिलाधिकारी समस्तीपुर द्वारा समीक्षा के क्रम में बताया गया कि एनजीटी की गाइडलाइन के हिसाब से नदियों में विसर्जन को प्रतिबंधित किया गया है इसलिए मूर्तियों के विसर्जन की वैकल्पिक व्यवस्था पर जोर दिया जाना चाहिए एवं इसके लिए पूजा समितियों से बात कर छोटे तालाब या अन्य जो व्यवस्थाएं हैं
उसके हिसाब से मूर्तियों का विसर्जन किया जाने हेतु प्रयास करना चाहिए। इसके अलावा जिलाधिकारी द्वारा बताया गया की अनिवार्य रूप से तत्काल प्रभाव से वाहनों की चेकिंग करना शुरू करें इसके लिए जिला परिवहन पदाधिकारी एवं पुलिस आपस में समन्वय बनाकर बॉर्डर एरिया से लेकर शहर में विशेष चेकिंग अभियान चलाएं एवं आवश्यक नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई भी करें।
जिलाधिकारी के द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया कि उनको उनके क्षेत्र में कितनी मूर्तियां स्थापित है इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए ऐसा कोई भी सार्वजनिक मूर्ति या पूजा पंडाल नहीं होना चाहिए जो उनकी जानकारी में ना हो।
जिलाधिकारी के द्वारा कार्यपालक अभियंता विद्युत को निवेश दिया गया कि सभी पूजा पंडालो के पास से गुजरने वाले विद्युत उपकरणों जिसमें उच्च रोधक क्षमता वाले तार की जांच करायेगे एवं अन्य आवश्यक ढीले ढालो तारों को दुरुस्त करवाएंगे।
जिलाधिकारी द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करते हुए विसर्जन के रास्तों का भ्रमण कर लेंगे एवं चिन्हित कर लेंगे कि उनके रास्ते में कितनी ऐसी धार्मिक स्थल अथवा संरचना आती है
जो सांप्रदायिक सौहार्द में बाधा उत्पन्न कर सकती है उनको चिन्हित कर लेंगे एवं तदनुरूप आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य संबंधी सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने जगह-जगह पर कैंप या
शिविर का निर्माण करने एवं आवश्यकता अनुसार एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिया गया। साथ ही सभी अनुमंडल पदाधिकारी को महत्वपूर्ण पूजा स्थलों के आसपास आवश्यकता अनुसार फायर ब्रिगेड की वाहनों को भी प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया ।
अंत में जिलाधिकारी के द्वारा सभी को शांतिपूर्ण तरीके से आगामी दशहरा नवरात्र पर्व को मनाने एवं विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने हेतु शुभकामना दी गई । बैठक अपर समाहर्ता समस्तीपुर अजय कुमार तिवारी ,नगर आयुक्त समस्तीपुर केडी प्रज़्ज़वाल, सदर अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार, सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार चौधरी,सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभा कक्ष से एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी , अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने-अपने प्रखंडों एवं अंचलों से जुड़े हुए थे।