नशे की ओवरडोज ने ली एक और जान, समस्तीपुर में छुट्टे घूम रहे जहर के सौदागर। Samastipur News

पुलिस प्रशासन बेखबर,नगर थानाध्यक्ष को मिल चुका है डीआईजी का आशीर्वाद

                 ( झुन्नू बाबा )

समस्तीपुर में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक ड्रग्स,ब्राउन शुगर जैसे जानलेवा नशीले पदार्थों का कारोबार

चल रहा है। जहर के कारोबारी जिले में घूम घूमकर ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं। लेकिन जिला पुलिस बेखबर है। उसके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।



 ऐसा लगता है कि पुलिस को इन सब चीजों से कोई लेना देना नहीं है, सिर्फ हफ्ते से मतलब रह गया है और ना ही इस समाज को। चाहे युवा पीढ़ी

गर्त में ही क्यों न चला जाये।


 नशे की ओवरडोज ने समस्तीपुर में एक बार फिर एक युवक की जान ले ली है।

रविवार को उसका शव समस्तीपुर शहर के पीएनटी कालोनी में मिला है। बताया जाता है कि मंदिर के पीछे पड़ा हुआ था। शव मिलने की सूचना से सनसनी फैल गई है। मृत युवक की पहचान गुदरी बाजार के विक्की कुमार के रूप में की गई है। 


स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस घटनास्थल पर पहुंच आगे की कार्रवाई में जुट गई है। शव को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। घटनास्थल पर काफी संख्या में नशे की पुड़िया जैसा


रैपर, डिस्पोजल सूई आदि भी मिला है। इस युवक की मौत के पीछे भी नशीली दवा की ओवरडोज होने की

संभावना जताई जा रही है। नशे के इन कारोबारियों ने न्यू जेनरेशन को अपने गिरफ्त में ले रखा है। जो दिन-ब-दिन टीन एजर्स को नशे के दलदल में धकेलते जा रहे हैं। नशे के ओवरडोज से जानें जा रही हैं।


 कहने को तो

नशे के इस कारोबार पर रोकथाम के लिए एंटी नारकोटिक्स सेल बनाया है। लेकिन पुलिस की यह नारकोटिक्स सेल बस पेपर पर ही काम कर रही है। या ये कहने में भी कोई गुरेज नहीं कि सब उसी के छत्रछाया में फलफूल रहा है। 


जानकार सूत्रों की मानें तो ग्रामीण क्षेत्रों के चौक चौराहे पर स्थित चाय, पान, किराना और तम्बाकू के दुकानों

पर चोरी छुपे ड्रग्स बेचे जा रहे हैं। बाजार से बाइक सवार तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानों में नशे की पुड़िया

पहुंचा रहे हैं। आश्चर्यजनक तथ्य तो यह है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती।


 जिस कारण ग्रामीण

क्षेत्रों के युवा पीढ़ी भी नशे के गर्त में डूबे जा रहे हैं। समस्तीपुर नाउ न्यूज आपको आगाह कर रहा है। आप सावधान हो जाएं। अपने बच्चों का खयाल रखें। साथ ही जहां भी इस तरह के सामान बिकने की जानकारी हो तो इसकी सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को जरूर दें।


 जैसे एएसपी या एसपी समस्तीपुर को सीधे तौर पर दे सकते हैं, थाना को तो बिल्कुल भी न दें! क्योंकि थाना के कुछ कर्तब्यहीन पुलिस पदाधिकारी इस काले धंदे में शामिल हो सकतें हैं!

ड्रग्स के धंधेबाज जिला मुख्यालय के नगर थाना क्षेत्र के अलावा मुफस्सिल थाना क्षेत्र, कल्याणपुर, मथुरापुर ओपी, खानपुर थाना, वारिसनगर, अंगारघाट थाना, मुसरीघरारी, दलसिंहसराय, रोसड़ा, विभूतिपुर एवं ताजपुर थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भी नशे के सामानों की सप्लाई कर रहे हैं।


 ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर मिडिल स्कूल और हाई स्कूलों के आसपास स्थित चाय-पान, नाश्ता, किराना के छोटे छोटे दुकानों में इसे पहुंचाया जा रहा है। कारोबारी अपने वॉलेट (पर्स) में ब्राउन शुगर का पुड़िया लेकर घूमते रहते हैं। जिस वजह से पुलिस को छापेमारी के दौरान दुकानों से ड्रग्स की बरामदगी नहीं हो पाती है।


समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने ड्रग्स तस्करों पर नकेल कसने के लिए एंटी नारकोटिक्स सेल का गठन किया था। जिसका प्रभारी सदर डीएसपी सह एएसपी संजय कुमार पांडेय को बनाया गया था। इसमें नगर थानाध्यक्ष मुफस्सिल थानाध्यक्ष एवं मथुरापुर थानाध्यक्ष को शामिल किया गया था। 


इस सेल को जिम्मेदारी सौंपी गयी है कि वे पता लगाएं कि शहर में कहां-कहां नशीले पदार्थों का कारोबार हो रहा है। कौन इसके डीलर हैं। कौन-कौन इसे बेच रहा है। किस इलाके में ज्यादा खपत हो रही है और कौन कौन इसका सेवन कर रहे हैं। लेकिन ये आदेश सिर्फ कागजी ही हैं।आपको बता दें कि ये काला धनदा सबसे अधिक नगर थाना क्षेत्र के कर्पूरी बस पड़ाव जो कि नगर थाना के ठीक सामने है, 


मगरदही रोड, काशीपुर, धरमपुर पासवान चौक, बाईपास रोड के दोनों साइड, स्टेशन रोड, गुदरी बाजार, गोला रोड, शेखटोली, बहादुरपुर, माल गोदाम रोड, जहाँ खुलेआम ड्रग्स का काला बाजार चलता है, इसके अलावा भी खुलेआम जुआ खेलने का कारोबार भी चलाया जा रहा है, जुआ खेलने के आरोप में नगर थाना के एक जाँबाज़ पुलिस पदाधिकारी ने  साहस का परिचय देते हुए एक सरगना को दबोचा था पर वर्तमान थानाध्यक्ष ने उसे किसी दवाब में छोड़ दिया था! क्योंकि थानाध्यक्ष को मिल चुका है डीआईजी का आशीर्वाद!

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