मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक पर 15 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

प्रशिक्षण में गोवा, महाराष्ट्र एवं झारखंड के प्रशिक्षु भाग ले रहें हैं

समस्तीपुर ! डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक पर मास्टर ट्रेनर के पंद्रह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में गोवा, महाराष्ट्र और झारखंड के प्रशिक्षु भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में बोलते हुए कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने कहा कि बिहार मशरूम उत्पादन में देश में नंबर वन है



 इसमें विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अब देश को दुनिया भर में मशरूम उत्पादन में प्रथम बनाने को लेकर प्रयास शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से वैज्ञानिकों की टीम ने गोवा, राजस्थान, झारखंड आदि राज्यों का दौरा किया है और वहां के किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 



उन्होंने कहा कि जो लोग यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर मास्टर ट्रेनर बनेंगे वे और लोगों को अपने राज्यों में प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि मशरूम भूमिहीन और छोटी जोत वाले किसानों के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि इसमें खेत की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि मशरूम महिला सशक्तिकरण की दिशा में  महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है इससे महिलाओं की आय में वृद्धि हो रही है।


 उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त कर की लोगों ने स्टार्ट अप शुरू किया है और आज उनका टर्न ओवर दस करोड़ से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यह एक सफल माडल है और इसे देश भर में लागू करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है। निदेशक अनुसंधान डॉ ए के सिंह ने कहा कि डॉ पांडेय के सहायक महानिदेशक के कार्यकाल में ही विश्वविद्यालय में मशरूम परियोजना की शुरुआत की गई थी 


और आज उनके कुलपति के कार्यकाल में इसे देश भर में लागू करने की शुरुआत हो गई है। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ दयाराम और उनके टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शहद , गुड़ तथा अन्य क्षेत्रों में भी तेजी से प्रगति कर रहा है और इसे देश भर में लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। 



मशरूम वैज्ञानिक डॉ दयाराम ने अपने गोवा दौरे तथा अन्य राज्यों के दौरे के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि कुलपति डॉ पी एस पांडेय के दिशानिर्देश पर विश्वविद्यालय देश में मशरूम क्रांति लाने में सफल होकर ही दम लेगा‌ । गोवा से आये प्रतिभागियों की टीम लीडर ने कहा कि विश्वविद्यालय में आकर उन सबको अच्छा लग रहा है और उन्हें उम्मीद है कि यहां से प्रशिक्षण के बाद उनमें से कई लोग नये उद्यम स्थापित करेंगे।


 निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एम एस कुंडू ने प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया और मशरूम उत्पादन के विभिन्न आयामों की चर्चा की। उन्होंने मशरूम के मूल्य वर्धित उत्पाद बनाने पर और मार्केटिंग पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ सुधा नंदिनी ने किया। 


विश्वविद्यालय की ओर से स्वागत भाषण डॉ आर पी प्रसाद ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ रामप्रभात ने किया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न वैज्ञानिक , शिक्षक एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Previous Post Next Post