झुन्नू बाबा
समस्तीपुर ! जिला मुख्यालय में एक बार फिर, फर्जी अस्पताल की कलई खुल गयी है। जहां नीम हकीम खतरा ए जान वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए, डॉक्टरों ने एक महिला की जान ले ली। मामला जिला मुख्यालय अंतर्गत पटेल मैदान के पीछे स्थित ऊं साईं इमरजेंसी अस्पताल की है।
जहां एक महिला की प्रसव के दौरान डॉक्टरों के द्वारा की गयी लापरवाही के कारण, प्रसव के दौरान ही जच्चा और बच्चा की मौत हो गयी। घटना के संबंध में बताया जाता है कि, मृत महिला गर्भवती थी, जो प्रसव कराने शहर के ओम साईं इमरजेंसी अस्पताल में पहुंची थी।
जहां डॉक्टरों ने खून की कमी होने के बावजूद, उक्त महिला का ऑपरेशन कर दिया। जिसके बाद अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण महिला की मौत अस्पताल में ही हो गयी।
जिसके बाद महिला के परिजनों ने, अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया, तथा इसकी सूचना डायल नंबर 112 की टीम को दिया। मौके पर पहुंची डायल नंबर 112 की टीम घटना व घटनास्थल के बारे में पुछताछ करते हुए, मामले की छानबीन में जूट गयी है।
मृत महिला की पहचान कल्याणपुर थाना क्षेत्र के अजना पंचायत के वार्ड 6 निवासी, सोनू कुमार की 26 वर्षीया पत्नी चंदा देवी के रूप में की गई है। घटना के संबंध में मृतका के परिजन का बताना है कि, मृतका को प्रसव पीड़ा के बाद, शहर के ओम साईं इमरजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां रक्त जांच में पता चला कि मृतका के शरीर में मात्र 3 मिलीग्राम बल्ड है।
बाबजूद डॉक्टर ने मृतका का ऑपरेशन करने का सलाह दे दिया। जिस पर उन लोगों ने मृतका का ऑपरेशन करने से डॉक्टर अनिल कुमार को मना भी किया, लेकिन वह नहीं माने और मृतका का ऑपरेशन कर दिया।
जिसके बाद अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण ऑपरेशन थिएटर में ही, महिला व उसके बच्चे की मौत हो गई। वहीं इस संबंध में ओम साईं इमरजेंसी अस्पताल के डॉक्टर अनिल कुमार का बताना है कि, जिस समय महिला को उनके अस्पताल में लाया गया था।
उसी समय जांच के बाद महिला के परिजन को बता दिया गया था कि, महिला के पेट का बच्चा मरा हुआ है। जिसे ऑपरेशन करके निकालना होगा। जिसमें महिला के जान को खतरा भी है। इसके बाद भी महिला के परिजन ऑपरेशन के लिए तैयार हो गये।
जिसके बाद उन्होंने महिला का ऑपरेशन कर दिया। जहां ऑपरेशन के दौरान ही उक्त महिला की मौत हो गयी। जिसके बाद महिला के परिजन बेवजह हंगामा करने लगे।
उधर हंगामा की सुचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची, डायल नंबर 112 की टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी, रामयश राय का बताना है कि, मामले की जांच की जा रही है।
पिड़ित परिवार के द्वारा अभी तक घटना से संबंधित आवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है। आवेदन उपलब्ध होने के बाद दोषी लोगों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।