25 डॉक्टरों सहित 79 स्वास्थ्य कर्मियों के वेतन पर रोक से हड़कंप
( झुन्नू बाबा )
समस्तीपुर ! दरभंगा प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवा की टीम के औचक निरीक्षण ने सदर अस्पताल की व्यवस्था की पोल खोल दी। स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी एवं बिना आदेश के गायब रहने से नाराज क्षेत्रीय अपर निदेशक ने सदर अस्पताल के 25 डॉक्टरों सहित 79 स्वास्थ्य कर्मियों को अनुपस्थित रहने के कारण उनके वेतन पर रोक लगा दी है। इसको लेकर क्षेत्रीय अपर निदेशक ने आदेश भी जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान 25 डॉक्टर के अलावे 20 स्टॉफ नर्स, 12 परिचारी, छह जीएनएम गायब पायी गयी। इसी प्रकार चार एलटी, तीन डी फार्मासिस्ट एवं दो-दो एएनएम व डॉटा ऑपरेटर के अलावे एक-एक लेखापाल, चालक, नेत्र सहायक, ओटी सहायक एवं फिजियोथेरेपिस्ट भी अनुपस्थित थे। जिसके बाद इन सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति को काट दिया गया।
निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजियों में इन कर्मियों की उपस्थिति भी नहीं बनायी गयी थी। साथ ही बिना आदेश के ही कई कई दिनों तक सभी गायब पाए गए। जिसके कारण अलगे आदेश तक सभी 79 स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों को अनपुस्थित अवधि का वेतन व मानदेय अगले आदेश तक अवरुद्ध कर दिया गया है। विदित हो कि स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. योगेंद्र महतो,क्षेत्रीय उप निदेशक डॉ. सच्चिदानंद सिंह सहित अन्य अधिकारियों के द्वारा 27 फरवरी को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया था। जिसमें काफी कुव्यवस्था भी पायी गयी थी।
11 दिनों तक अनपुस्थित पाए गए
डॉक्टर: स्वास्थ्य अधिकारियों के
निरीक्षण में सदर अस्पताल के
चिकित्सकों की पोल खुल गयी। बिना
कोई आदेश के एक दो दिन से लेकर
आठ दिनों तक लगातार अस्पताल से
अनुपस्थित पाए गए। इसमें स्त्री रोग
विशेषज्ञ डॉ. मंजुला भगत 11 दिनों से एवं एमओ डॉ. संजय कुमार, डॉ.
शशि कुमार आठ दिनों से अनुपस्थित
पाए गए।
इसी प्रकार डॉ. पीडी शर्मा सात दिन, डॉ. विनाय कुमार छह-छह दिन, डॉ अदिति प्रियदर्शनी, डॉ. निर्मल कुमार11 दिनों तक अनपुस्थित पाए गए डॉक्टर: स्वास्थ्य अधिकारियों के
निरीक्षण में सदर अस्पताल के
चिकित्सकों की पोल खुल गयी। बिना
कोई आदेश के एक दो दिन से लेकर
आठ दिनों तक लगातार अस्पताल से
अनुपस्थित पाए गए। इसमें स्त्री रोग
विशेषज्ञ डॉ. मंजुला भगत 11 दिनों से एवं एमओ डॉ. संजय कुमार, डॉ.
शशि कुमार आठ दिनों से अनुपस्थित
पाए गए। इसी प्रकार डॉ. पीडी शर्मा सात दिन, डॉ. विनाय कुमार छह-छह दिन, डॉ अदिति प्रियदर्शनी, डॉ. निर्मल कुमार चौधरी, डॉ. निजहत जहां एवं डॉ. : राजेश कुमार पांच-पांच दिन, डॉ. चंदन - कुमार चौधरी, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. विवेकानंद कुमार चार-चार दिन अनुपस्थित पाए गए। जबकि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. फरमुद आलम, डॉ. नवनीता कुमार, डॉ. प्रियंका, डॉ. सुमित कुमार, डॉ. दीपक कुमार तीन-तीन दिन, डॉ. रश्मि रानी, डॉ. ईशरत परवीन, डॉ. मनीष कुमार दो-दो दिन तथा डॉ. संतोष झा, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. उत्सव कुमार, डॉ. कुमारी प्रेरणा, डॉ. प्रज्ञा प्रियदर्शनी शशि, एक-एक दिन अनुपस्थित पाए गए। वहीं 26 स्टाफ नर्स व जीएनएम भी थी अनुपस्थित अनुपस्थित स्टॉफ नर्स में प्रतिमा कुमारी, मधु कुमारी, पल्लवी कुमारी, नूतन कुमारी, कृति कुमारी, ऋषिकेष कुमार, सुजाता राय, विमला कुमारी, आँखलेश कुमार, पार्वती कुमारी, ममता कुमारी प्रथम व द्वितीय, वीणा कुमारी, प्रतिज्ञा कुमारी, पल्लवी कुमारी प्रथम, नताशा, निभा कुमारी, दीपक कुमार, प्रेमलता सिंहा, सोनी कुमारी के अलावे जीएनएम में दीपक पहाड़िया, कानाराम दुधवाला, रेखा यादव, सविता कुमारी, उर्मिला कुमारी भी अनुपस्थित पायी गयी। उक्त कर्मी भी एक दिन से सात दिनों तक गायब रही।