बेउर जेल में बंद पुल्लू व सुबोध से जोड़कर रिलायंस ज्वेलरी लूटकांड की जांच कर रही समस्तीपुर पुलिस। Samastipur News, Reliance Jewels Loot

 

अब तक कई क्विंटल सोना लूटकांड को दे चुका है अंजाम 


                ( झुन्नू बाबा )


समस्तीपुर शहर के मोहनपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेलर्स में हुए लगभग 8 करोड़ के आभूषण लूट मामले में अब तक पुलिस को कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी है। लेकिन समस्तीपुर पुलिस द्वारा मामले को काफी हद तक सुलझा लिये जाने का दावा किया जा रहा है। जेल में बंद सोना लूटकांड के कई आरोपियों से भी पुलिस टीम व कई जांच एजेंसियां अलग-अलग पूछताछ कर रही है। समस्तीपुर पुलिस द्वारा सोना लूटकांड के सबसे बड़े सरगना कहे जाने वाले पटना बेउर जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू उर्फ सरदार एवं सुबोध सिंह से जोड़कर भी देख रही है। 


इसी गैंग के रमेश ठाकुर को समस्तीपुर पुलिस ने कुछ महीनों पूर्व काफी मशक्कत के बाद कल्याणपुर थाना क्षेत्र से दबोचा था। बताया जाता है कि इस गैंग के द्वारा अबतक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, बिहार, बंगाल, पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान, हरियाणा, झारखंड में लुटकांड को अंजाम दे चुका है। यह गैंग अपने गुर्गों के द्वारा देश के अलग-अलग राज्यों में कई क्विंटल सोना लूटकांड को अंजाम दे चुका है।ऐसे तो बेउर जेल में कई हार्डकोर अपराधी बंद हैं, पर राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लू सिंह का नाम उन अपराधियों में आता है, जो अक्सर सोना लूट कांड को ही अंजाम देने में विश्वास रखता है। पुल्लू सिंह बेउर जेल में बंद रहते हुए भी झारखंड-बिहार-बंगाल से लेकर देश के अलग-अलग राज्यों तक सोना लूट की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। 



अब तक जितनी भी सोना डकैती की घटना हुई है, ज्यादातर घटनाओं में पुल्लू सिंह व सुबोध सिंह के गैंग का ही नाम आया है। इसी पुल्लू सिंह और सुबोध सिंह के गैंग का नाम अब समस्तीपुर रिलायंस ज्वेलरी लूटकांड से भी जोड़कर पुलिस जांच कर रही है। बताया जाता है की रिलांयस ज्वेलरी लूटकांड की घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश नेपाल निकल गये है। बता दें कि बेउर में बंद सुबोध सिंह 2017 में जयपुर मानसरोवर में मुथूट फाइनांस के दफ्तर से 25 किलोग्राम सोना लूट चुका है। उस पर दो दर्जन से अधिक ज्वेलरी दुकान और बैंक लूट के अलावा कई हत्याओं के मामले दर्ज हैं। वर्ष 2019 में एक हत्या के मामले में राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लू सिंह उर्फ सरदार बेउर जेल पहुंचा था। जेल में ही उसकी पहचान सुबोध से हो गई। बाद में सुबोध के साथ मिल कर राजीव लूट-डकैती गैंग का संचालन करने लगा।

Previous Post Next Post