झुन्नू बाबा
समस्तीपुर !पूसा, डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि में शुक्रवार को बिहार कृषि विज्ञान अकादमी की दूसरी बैठक आयोजित की गई। जिसमें देश भर के कृषि क्षेत्र के वैज्ञानिको ने हिस्सा लिया। बैठक को संबोधित करते हुए अकादमी के अध्यक्ष सह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के उपमहानिदेशक डाॅ.एसएन झा ने कहा कि यह बिहार की पहली विज्ञान अकादमी है जो बिहार के सभी क्षेत्रों में वैज्ञानिक विकास के लिए कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि यह अकादमी दुनिया भर में काम कर रहे बिहार के वैज्ञानिको का संपर्क स्थापित करेगी। एवं कृषि के विकास में उनकी भूमिका तलाश करेगी। बिहार के कृषि विकास को लेकर उनके दिये सुझाव पर चर्चा करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के वैज्ञानिक जो नासा में कार्य कर रहे है।
उनसे भी विशेष तौर पर संपर्क स्थापित किया जायेगा। अकादमी के उपाध्यक्ष व विवि के कुलपति डाॅ.पीएस पाण्डेय ने कहा कि बिहार कृषि विज्ञान अकादमी, इजरायल, जर्मनी, अमेरिका, बिट्रेन व अन्य देशों के विभिन्न वैज्ञानिक संस्थाओं व अकादमी से भी संपर्क स्थापित करेगी। ताकि वैज्ञानिक ज्ञान का पूरा उपयोग बिहार के कृषि विकास के लिए किया जा सके। उन्होंने कहा कि एस्ट्रो फिजिक्स, न्यूक्लीयर फिजिक्स एवं सैटेलाईट तकनीक के कृषि में उपयोग को लेकर विशेष रूप से प्रयास किया जायेगा। अकादमी डिजिटल एग्रीकल्चर, सेकेन्ड्री एग्रीकल्चर एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा को देने व अन्य तकनीको का किसानों तक पहुंचाने के लिए जनसंचार के विशेषज्ञो को वैज्ञानिक के रूप् में शामिल किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान कृषि अनुसंधान एवं तकनीक के विकास को लेकर चिंतन-मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विवि के पूर्व कुलपति डाॅ.गोपालजी त्रिवेदी ने कहा कि ईसा व सोप निशद का उल्लेख करते हुए कहा कि कृषि के विकास से सबका विकास होता है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग दुनिया भर में अच्छा कार्य कर रहे है। यदि वे सभी एक मंच पर आ जाये ंतो बिहार के विकास को लेकर दृढ़ निश्चय होकर कार्य करें तो विकसित बिहार की परिकल्पना साकार होगी। स्वागत करते हुए डीन डाॅ.अम्बरीष कुमार ने विवि की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की। संचालन डाॅ.रामदत्त ने किया। मौके पर डीन-डायरेक्टर व अकादमी से जुड़े सदस्य मौजूद थे।