झुन्नू बाबा
• बेटे के लिये समस्तीपुर ( सुरक्षित)से चाह रहे हैं टिकट
• कुछ समय पहले चिराग के 'जीन' पर उठाया था सवाल
समस्तीपुर ! मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री भी अब चिराग पासवान के दरवाजे पहुंच रहे हैं कुछ समय पहले तक चिराग पासवान को जी भर कर कोसने वाले जेडीयू नेता अब चिराग पासवान से नजदीकी बढ़ाने उनके घर पहुंच रहे। मंत्री महेश्वर हजारी आज अपने पूरे परिवार के साथ चिराग पासवान से मिलने दिल्ली स्थित आवास पहुंच गए। वैसे महेश्वर हजारी और पासवान परिवार आपस में रिश्तेदार हैं। 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार और चिराग पासवान के रिश्तों में आई खटास के बाद महेश्वर हजारी भी लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान से दूरी मेंटेन करने लगे थे।
अब लोकसभा का चुनाव है, लिहाजा महेश्वर हजारी पत्नी संध्या हज़ारी और प्रखंड प्रमुख बेटे सन्नी हज़ारी के साथ चिराग पासवान से मिलने पहुंच गए। अब इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कैबिनेट के मंत्री महेश्वर हजारी अपने बेटे को समस्तीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहते हैं।बता दें, जब जेडीयू और भाजपा के बीच गठबंधन नहीं हुआ था तब महेश्वर हजारी समस्तीपुर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
अंदर ही अंदर वे तैयारी भी कर रहे थे। परिस्थिति बदल गई है, अब जेडीयू-भाजपा-लोजपा का गठबंधन हो गया है। महेश्वर हजारी खुद नीतीश कैबिनेट में मंत्री बन गए हैं। लिहाजा अब अपने बेटे को सेट करना चाहते हैं।जानकार बताते हैं कि नीतीश कुमार के मंत्री महेश्वर हजारी अपनी इच्छा प्रकट करने लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान के दिल्ली आवास पर पहुंचे थे। चिराग पासवान की तरफ से इसकी तस्वीर भी जारी की गई है,
जिसमें नीतीश कुमार के मंत्री अपने परिवार के साथ चिराग पासवान और उनकी मां से मिल रहे हैं। अब दोनों में क्या बात हुई यह तो चिराग या महेश्वर हजारी ही बता सकते हैं, लेकिन तस्वीर सामने आने के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि महेश्वर हजारी अपने बेटे को समस्तीपुर से लोकसभा का टिकट चाहते हैं। यही वजह है कि वे चिराग से मिलने उनके दिल्ली आवास पहुंच गए। एनडीए में सीट बंटवारे होने के बाद अब चिराग पासवान की सीट भी फाइनल हो गई है। इसका एलान खुद चिराग पासवान ने मीडिया के सामने किया है। चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी के खाते में गई पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा चल रही है, कुछ नामों का सुझाव बिहार संसदीय बोर्ड द्वारा आया है उस पर भी चर्चा हुई है। उन्होंने बताया है कि हाजीपुर सीट से एनडीए के प्रत्याशी के रूप में में खुद चुनाव लड़ेंगे। बता दें, बिहार एनडीए में सीट बंटवारे में चिराग पासवान को पांच सीटें दी गई है। जिसमें समस्तीपुर सीट भी है। खबर है कि चिराग पासवान के खाते में गई समस्तीपुर सीट पर महेश्वर हजारी की नजर है। वे चाहते हैं कि इस सीट से उनका बेटा सन्नी हजारी चुनावी मैदान में उतरे। बता दें कि वर्तमान में सन्नी हजारी समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंड प्रमुख हैं और क्षेत्र में काफी सक्रिय भी हैं। महेश्वर हजारी अभी समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और बिहार सरकार में मंत्री हैं। इससे पहले वह भी समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लोकसभा में कर चुके हैं।कुछ महीनों पहले ही समस्तीपुर जिले के वारिसनगर में एक कार्यक्रम के दौरान महेश्वर हजारी ने चिराग पासवान द्वारा के जातिगत जनगणना के दौरान पासवान जाति की संख्या कम किए जाने के सवाल पर कहा था कि सिर्फ टाइटल 'पासवान' रख लेने से कोई पासवान नहीं हो जाता। पासवान का 'जीन' होता है, वह ओरिजिनल पासवान हैं ! अब देखना ये होगा कि जनता सारे खेल को किस रूप में लेतें हैं! अंदर खाने लोगों का बताना है कि ये पासवान कुनबा सभी प्रकार का मलाई खुद परिवार के लिए चाहते हैं, महेश्वर हज़ारी ने नगर निगम के चुनाव में पत्नी संध्या हज़ारी को मेयर पद के लिए मैदान में उतारा था जहाँ उन्हें मुंह की खानी पड़ी थी हाँ ये अलग बात है कि बेटे सन्नी हज़ारी को खानपुर प्रखंड प्रमुख बनाने में कामयाब जरूर हो गए थे! लोगों ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता दल सिर्फ दरी बिछाने का काम करते रहें और शीर्ष नेतृत्व ऊपर से आकर टिकट झटक कर चुनाव लड़ते है और कार्यकर्ता विधायक, सांसद भी बना देते है!