झुन्नू बाबा
समस्तीपुर ! अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या के साथ साथ पूरे देश में उत्साह का माहौल है । पूरी अयोध्या नगरी जहां राममय बनी हुई है । वंही बिहार के अयोध्या के लोगों में भी खासा उत्साह है । रामभक्त प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भव्य तैयारी में जुटे है । समस्तीपुर के पूसा प्रखंड में श्रीरामपुर अयोध्या गांव अवस्थित है । इस गांव का नाम श्रीरामपुर अयोध्या होने के कारण यहां के लोग जंहा खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे है वंही उनके अंदर अयोध्यावासी की तरह ही उत्साह और उल्लास है ।
गांव के नाम के पीछे भी कई पौराणिक चर्चा है । गांव के लोगों का बताना है कि भगवान राम बक्सर से विश्वामित्र के आश्रम से असुरों का संहार कर जब जनकपुर लौट रहे थे । उस वक्त उन्होंने यहां रात्रि विश्राम किया था । वंही कुछ का बताना है कि भगवान श्री राम विवाह के लिए अयोध्या से जनकपुर जा रहे थे । तब बारात उस गांव में रुकी थी । जिस कारण ही उनके गांव का नाम श्रीरामपुर अयोध्या पड़ा ।हालांकि इन चर्चाओं का कोई ठोस आधिकारिक प्रमाण तो नहीं है लेकिन ग्रामीणों का बताना है कि 1892 - 94 में हुए सर्वे में गांव का नाम सिरिरामपुर अयोध्या अंकित है । इन चर्चाओं की सच्चाई चाहे कुछ भी हो लेकिन भगवान श्री राम के नाम से गांव के नाम का जुड़ाव होने को लेकर गांव के लोग अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । उनका कहना है कि जिस तरह अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर वंहा भव्य आयोजन किया जा रहा है। अयोध्या के साथ साथ पूरे देश में दीपावली मनाई जाएगी । ठीक वैसे ही हर्षोल्लास के साथ गांव के राम जानकी मंदिर में भी भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा । लोग बताते हैं कि गांव के इस राम जानकी मंदिर की कहानी भी कुछ अयोध्या जैसी ही है । जैसे वहां काफी लंबे अर्शे तक विवाद के कारण उनकी पूजा अर्चना नहीं हो रही थी । ठीक वैसे ही इस राम जानकी मंदिर में आपसी विवाद के कारण 11 - 12 वर्षों तक पूजा पाठ बंद रहा । बाद में न्यायालय से फैसला आने के बाद मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना शुरू हुई । 22 जनवरी को सुबह से ही राम जानकी ठाकुरबाड़ी में भजन - कीर्तन , आरती के साथ साथ भंडारा का आयोजन किया जाएगा।