झुन्नू बाबा
भगवानपुर कमलाघाट पहुंचे भू-राजस्व मंत्री आलोक कुमार मेहता
समाजसेवी राजू सहनी की मौजूदगी में भगवानपुर कमला घाट पर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रती महिलाएं।
समस्तीपुर ! उजियारपुर प्रखंड के भगवानपुर कमला पंचायत के ऐतिहासिक छठ घाट पर असम के लोकप्रिय स्थानीय समाजसेवी राजू सहनी की मौजूदगी में, हजारों छठव्रती महिलाओं ने अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया, तथा गांव समाज में सुख शांति स्मृद्धि की कामना भगवान भास्कर से किया। इसी दौरान शाम के करीब साढ़े सात बजे उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व बिहार सरकार के मंत्री, आलोक कुमार मेहता भगवानपुर कमला पंचायत के कमला छठ घाट पर पहुंचे।
जहां उन्होंने राजू सहनी के द्वारा निजि कोष से बनाए गए छठ घाट का बहुत ही बारीकी से निरीक्षण किया, तथा समाजसेवी राजू सहनी का सूर्यदिव के प्रति इस अगाध प्रेम व आस्था को देखकर काफी प्रसन्न भी हुए। इस अवसर पर उन्होंने मिडिया से बात करते हुए बताया कि राजू भाई एक महान समाज सेवक है इन्होंने ज़िले का नाम दूसरे प्रदेशों में भी रौशन कर रखा है ! इस दौरान बिहार सरकार के मंत्री आलोक कुमार मेहता का स्वागत,
स्थानीय पंचायत के सरपंच जयराम सहनी ने चादर व बुके देकर किया। इस दौरान स्थानीय विधायक सह मंत्री आलोक कुमार मेहता ने भी, इस छठ घाट के निर्माण में अपना सहयोग देने वाले भगवानपुर कमला पंचायत के युवाओं को चादर ओढाकर सम्मानित किया। इस दौरान पत्रकारों को जानकारी देते हुए बिहार सरकार के मंत्री आलोक कुमार मेहता ने बताया कि, छठ घाट का निर्माण कराना एक समाजिक कार्य है, और धार्मिक आस्थाओं से लबरेज है। इस तरह के कार्यों में कोई व्यक्ति, या कोई समुह या कोई संस्था आगे आती है, तो उसका स्वागत है।
सरकारी कार्यों का अपना एक दायरा होता है, और उसके अपने कुछ प्रोग्राम होते हैं। जिसमें संभव ही नहीं है कि, कोई सरकार या प्रतिनिधि इस तरह का कोई आयोजन करवा है, लेकिन अगर अलग अलग जगहों पर अलग अलग संस्थाए आगे बढ़ने लगे तो, इसकी पूर्ति समाजिक स्तर पर की जा सकती है। हालांकि इस तरह के छठ घाट का निर्माण सरकारी स्तर पर मनरेगा तथा अन्य योजनाओं से भी कराया जा रहा है। मौके पर समाजिक कार्यकर्ता राजू सहनी, राजद प्रखंड अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख प्रमोद राय, भाजपा नेता ललन सिंह, राजद नेता राजेश्वर महतो, माले प्रखंड सचिव गंगा पासवान, लखनीपुर महेशपट्टी के पूर्व मुखिया अब्दुल हफीज, रामचेत सहनी, सरपंच जयराम सहनी, पवन कुमार सिंह, बन्द्रकांत सिंह, सुरेन्दर महतो, संजित राम, नवीन प्रसाद सिंह, कौशल किशोर सिंह, बटोरन सहनी, कपिलदेव पासवान, नरेश पासवान, नकुल सहनी, हरेन्द्र सहनी, श्रीराम सहनी, रामु सहनी, राकेश सहनी, पप्पु सहनी, शिवकुमार सहनी, बंटी सहनी, रामजतन सहनी, भीम सहनी, बॉबी कुमार सहनी, बिन्दा सहनी, गिलन सहनी उर्फ फनी, विजय राय, विजय सहनी, सरोज सहनी समेत सैकड़ो स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।