समस्तीपुर: सरकारी जमीन कब्जा को लेकर दो गुटों के बीच हुए हिंसक झड़प। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

• वीडियो वायरल मामले में पुलिस ने दो को दबोचा

समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के करीमनगर में सरकारी जमीन पर कब्जा को लेकर पिछले महीना मुखिया पति सुभाष चौधरी समर्थक और एक अन्य गुट अकबर अंसारी के बीच हुई मारपीट और  वीडियो वायरल मामले में पुलिस ने दोनों ओर से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है । गिरफ्तार लोगों में मुखिया पति सुभाष चौधरी समर्थक मनोज साह वहीं दूसरे पक्ष से असगर अंसारी शामिल हैं। ‌ जबकि इस मामले में पुलिस मुखिया पति की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है। 

एसपी विनय तिवारी ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि करीमनगर में बांध के पास सरकारी जमीन पर अकबर अंसारी मकान बना रहे थे। लेकिन मुखिया पति प्रशासनिक पदाधिकारी को सूचना देने के बदले उन्होंने खुद कानून अपने हाथ में लेकर अपने समर्थकों के साथ अकबर अंसारी के निर्माणाधीन मकान पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान मुखिया पति समर्थकों द्वारा अकबर अंसारी और उनके लोगों के साथ मारपीट भी की गई ।जिस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। एसपी ने बताया कि इस मामले की जांच पटोरी के डीएसपी ने की है और दोनों ओर के लोगों को दोषी मानते हुए गिरफ्तारी का आदेश जारी किया था। इसी आदेश के आधार पर पुलिस ने दोनों पक्ष से एक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मनोज की गिरफ्तारी के बाद थानाध्यक्ष को आया था एक सफेदपोश का फोन एसपी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि इस मामले में मुखिया पति समर्थक  मनोज शाह की गिरफ्तारी के बाद मोहिउद्दीननगर थाना अध्यक्ष को क्षेत्र के दबंग व्यक्ति का फोन आया था । मनोज को कैसे गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। दबंग द्वारा पुलिस  धमकाये जाने का ऑडियो उन्हें भी प्राप्त हुआ है वह खुद जांच कर रहे हैं उन्होंने कहा कि ऑडियो में जिस व्यक्ति के बारे में बताया जा रहि है जांच उपरांत ऑडियो सत्य पाया गया तो इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। ‌

यहां बता दें कि गत महीना सरकारी जमीन पर कब्जा को लेकर अकबर अंसारी और मुखिया पति सुभाष समर्थकों के बीच जमकर लाठी डंडा चला था लाठी डंडा चलाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में एसपी के आदेश पर दोनों पक्षों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

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