समस्तीपुर के 28 गांवों से गुजरेगा बिहार का पहला एक्सप्रेसवे। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

इलाके में खुलेंगे विकास के द्वार

समस्तीपुर ! औरंगाबाद-दरभंगा-समस्तीपुर एनएच 119 डी के पैकेज -3 बिहार का पहला एक्सप्रेसवे से समस्तीपुर जिले के 28 गांवों से गुजरेगा। जिन गांवों से यह सड़क गुजरेगी उस इलाके की दशा और दिशा दोनों बदल जाएगी। आवागमन की सुविधा सुलभ होने से इस इलाके में विकास के द्वारा खुलेंगे। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत असम से गया- समस्तीपुर के रास्ते 209 किलोमीटर में सड़क बनाई जा रही है। इस परियोजना के चार पैकेज हैं। तीसरे पैकेज में वैशाली से समस्तीपुर और चौथे पैकेज में समस्तीपुर- दरभंगा का कार्य चल रहा है। 

इस सड़क के पूरा होने से समस्तीपुर से पटना की दूरी भी 100 से घट कर 65 किलोमीटर हो जाएगी। वहीं समस्तीपुर से दरभंगा हवाई अड्डे की दूरी भी मात्र 35 किलोमीटर हो जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे से समस्तीपुर के अलावा वैशाली, पटना, गया, जहानाबाद, औरंगाबाद के लोगों को लाभ मिलेगा। पटना, दरभंगा और गया हवाई अड्डा एक रूट पर हो जाएंगे। एनएचआई की ओर से चल रहे इस सड़क का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। पातेपुर वैशाली के पास यह सड़क समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड में प्रवेश करती हुई सरायरंजन, ताजपुर, मुजौना, गुरुआरा, बूढी गंडक नदी को पार करते हुए कल्याणपुर प्रखंड के रास्ते दरभंगा में प्रवेश कर जाएगी। ताजपुर से गरुआरा तक अभी दस सड़क के निर्माण के लिए मिट्टी करण का कार्य चल रहा है। साथ ही पानी की निकासी के लिए पुल का निर्माण किया जा रहा है। शहर के लोग आसानी से एक्सप्रेसवे पर पहुंच सके इसके लिए समस्तीपुर-ताजपुर के छठे किलोमीटर से संपर्क पथ निकालाकर एक्सप्रेसवे में मिलाया जाएगा। इससे शहर की अधिसंख्य आबादी को सीधा फोरलेन से कनेक्टिविटी हो जाएगी इससे शहर के ताजपुर रोड में लगने वाले जाम से भी लोगों की मुक्ति मिलेगी। चुकी भोला टॉकिज के जाम रहने के कारण इस सड़क पर हमेशा जाम लगा रहता है। डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि एनएचआई द्वारा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जरूरत के हिसाब से एनएचआई को भूमि का अधिग्रहण करा दिया गया है। इस सड़क के निर्माण से इलाके के लोगों को लाभ मिलेगा।

Previous Post Next Post