समस्तीपुर: डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय , पूसा में लीची प्रदर्शनी (लीची शो )- 2023 का आयोजन। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

समस्तीपुर ! डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय , पूसा एवं राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र , मुजफ्फरपुर के सौजन्य से बुधवार को पूसा में  प्रथम लीची शो (प्रदर्शनी) - 2023 का आयोजन किया जा रहा है। इस लीची प्रदर्शनी का उद्घाटन कुलपति डॉ पीएस पांडेय द्वारा किया जाएगा । लीची को फलों की रानी कहा जाता है, बिहार की पहचान है। लीची अपने विशिष्ट स्वाद,सुगंध एवं और सुंदरता की वजह से इसकी उच्च मांग होती है।  उत्तरी बिहार की विशिष्ट कृषि-जलवायु विशेषताएं, विशेष रूप से मुजफ्फरपुर क्षेत्र में असाधारण गुणवत्ता वाले लीची के फल पैदा होते हैं जो देशभर में मशहूर है।  

भारत में लीची 702.12 हजार मीट्रिक टन के उत्पादन के साथ 97.91 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी खेती होती है।  बिहार में 308.08 हजार मीट्रिक टन लीची का उत्पादन होता है जबकि इसकी खेती 36.67 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में होती है। बिहार सबसे बड़ा लीची उत्पादक प्रदेश है। मुजफ्फरपुर, बिहार में लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र में  शाही लीची की खेती होती है। इसे शाही लीची की राजधानी भी कहते है। अबतक जितनी लीची की प्रजातियां है उसमे सर्वोत्तम  शाही किस्म का लीची है।  मुजफ्फरपुर जिले की शाही लीची  को भौगोलिक संकेत (जीआई टैग) का दर्जा प्राप्त है।  इसके अलावा, लीची की अन्य महत्वपूर्ण किस्मों है यथा चाइना, बेदाना, गुलाब सुगंधित आदि शामिल हैं। क्षेत्र के लीची उत्पादकों के मुद्दों और जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करते हुए लीची पर काम करने वाले दो प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संस्थान जैसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा (समस्तीपुर) और भाकृअनुप-राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर ने पूसा में 24 मई 2023 को लीची शो का आयोजन किया  है।  प्रगतिशील लीची उत्पादकों और अनुसंधान कार्य कर्ता, विद्वानों को उनकी सक्रिय भागीदारी के साथ आधिकारिक रूप से आयोजित किया जाने वाला यह पहला लीची शो है।  इस क्षेत्र के किसानों और छात्रों के लिए RPCAU, पूसा और ICAR-NRCL, मुजफ्फरपुर द्वारा विकसित विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।  विभिन्न महत्वपूर्ण किस्मों के लीची फलों का प्रदर्शन किया जाएगा।  लीची किसानों की लीची फलों की प्रविष्टियों का प्रदर्शन और मूल्यांकन किया जाएगा।  एक विशिष्ट तकनीकी सत्र होगा जिसमें लीची के विभिन्न पहलुओं पर काम करने वाले प्रतिष्ठित और वरिष्ठ शोधकर्ताओं के व्याख्यान शामिल  हैं।  वैज्ञानिक किसानों की बातचीत लीची शो का प्रमुख आकर्षण है।  इसके अलावा छात्रों के लिए लीची खाने की प्रतियोगिता, लीची पर फोटो गैलरी, लीची पर क्राफ्ट मेकिंग और स्लोगन आदि जैसे कई आकर्षक कार्यक्रम होंगे।

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