समस्तीपुर: अपर समाहर्त्ता की अध्यक्षता में कई विभागों की समीक्षा बैठक। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

समस्तीपुर ! अपर समाहर्ता अजय कुमार तिवारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभा कक्ष में विधि व्यवस्था, भूमि विवाद, मद्य निषेध एव संभावित बाढ़, सुखाड़ तथा अन्य आपदा से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई। उत्पाद विभाग की समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट निर्देश दिया गया कि छापेमारी के दौरान जब्त की गई शराब को 15 दिनों के अंदर विनष्टीकरण करना है । इसे हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। देशी शराब एवम् ताड़ी का पारंपरिक रूप से व्यवसाय करने वाले परिवार जो इस पर आश्रित रहे हैं उन्हें दूसरा रोजगार प्रदान करने के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना के माध्यम से 100000/(एक लाख)रू का अनुदान राशि किश्तों में  जीविका के द्वारा दी जाती है । 

इस योजना के अंतर्गत जिले में चिन्हित 6120 परिवारों में से 6035 परिवारों को लाभ पहुंचाया गया है।  इसमें 1990 ताड़ी व्यवसाय से जुड़े और निर्धन परिवार के सदस्य हैं। समीक्षा के दौरान यह बात स्पष्ट हुई कि मद्य निषेध कानून के उल्लंघन में अब तक 45 भवन भूमि जब्त किए गए हैं वहीं 1463 वाहन भी जब्त किए गए हैं  जिसमे से 1256 वाहनो की नीलामी की जा चुकी है जिससे 13 करोड़ 23 लाख से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। उत्पाद अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि मद्य निषेध एवम् उत्पाद विभाग, बिहार के द्वारा जिले में स्थाई रूप से एक ड्रोन उपलब्ध कराया गया है जो चालक सहित है। ड्रोन मिलने से दियारा क्षेत्रों में छापेमारी में सहूलियत हो रही है एवम् अवैध देशी शराब के उत्पादन पर रोक लग रही है।

भूमि विवाद के समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि थाना दिवस के दिन थानाध्यक्ष, अंचल अधिकारी के साथ उपस्थित रहकर भूमि विवाद के मामलों का निष्पादन कराएंगे। थानाध्यक्ष के अनुपस्थिति में एडिशनल थानाध्यक्ष, सीओ की अनुपस्थिति में राजस्व अधिकारी थाना दिवस की बैठक में भाग लेंगे। अपर समाहर्ता के द्वारा बताया कि भूमि विवाद में आधे से अधिक मामले जमीन के नापी से संबंधित होते हैं। अनुमंडल स्तर पर समन्वय समिति की बैठक करने का निर्देश सभी अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया। इस बैठक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवम् भूमि सुधार उप समाहर्ता उपस्थित रहेंगे तथा जमीनी विवादों के मामलों का निपटारा किया जाएगा। इसके बाद संभावित बाढ़, सुखाड़ एवम् अन्य आपदा से संबंधित समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि संभावित बाढ़ से संकटग्रस्त व्यक्तियों की सूची में विभूतिपुर, वारिसनगर, ताजपुर, पूसा एवम् रोसड़ा अंचलों के द्वारा शून्य प्रतिवेदित किया गया है। इस पर अपर समाहर्ता के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई । कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण के द्वारा बताया गया कि इनके क्षेत्र में पड़ने वाले सभी तटबंध सुरक्षित हैं। अपर समाहर्ता के द्वारा सभी तटबंधों का अनुमंडल पदाधिकारी के साथ संयुक्त निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। अभी तक जिले में 281 निजी नाव मालिको के साथ  एकरारनामा किया गया है जिसमे सबसे ज्यादा कल्याणपुर अंचल में 60 नाव मालिको के साथ एकरारनामा किया गया है। ताजपुर एवम् दलसिंहसराय अंचल में नाव निबंधन की संख्या शून्य है। पॉलिथीन शीट के समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि पटोरी एवम् मोहिउद्दीनगर अंचल में पॉलिथीन शीट का अभाव है। प्रभारी पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन को निर्देश दिया गया कि अविलंब इन अंचलों को पॉलिथीन शीट उपलब्ध कराएं। संभावित बाढ़ के दौरान राहत केंद्रों का चयन एवम् उनका जियो टैगिंग करने का निर्देश सभी अंचलाधिकारियों को दिया गया। 

 समीक्षा के दौरान उपस्थित सिविल सर्जन के प्रतिनिधि के द्वारा बताया गया कि बाढ़ से संबंधित आवश्यक दवाएं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भेज दी गई हैं। सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर दवाइयों के स्टॉक का सत्यापन कर लें। 

जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पशुओं से संबंधित सभी दवाएं सभी क्षेत्रीय पशु अस्पतालों में उपलब्ध करा दी गई हैं तथा पशु चारे की निविदा भी कर ली गई है। संभावित बाढ़ के दौरान जिले में कुल 84 पशु शरण स्थल चिन्हित किए गए हैं। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी के द्वारा बताया गया कि अभी तक 1841 खराब चापाकालों की मरम्मत की जा चुकी है। कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग के द्वारा बताया गया कि सभी पुल-पुलियों के वेंट को 15 तक साफ करा दिया जाएगा। समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि एनडीआरएफ के टीम के द्वारा लाइफ जैकेट एवम् मोटर बोट की मरम्मती कर दी गई है। कल्याणपुर अंचल में मृत पशुओं के मुआवजे से संबंधित 10 अभिलेख लंबित हैं, इसे जल्द भेजने हेतु निर्देशित किया गया।

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