झुन्नू बाबा
• ईलाज़ को सदर अस्पताल लाया गया सुरक्षा में बड़ी लापरवाही,
समस्तीपुर: दलसिंहसराय उपकारा में बंद एक कैदी को ईलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर में भर्ती कराया गया था, जहां बहूत बड़ी लापरवाही देखने को मिली। बीमार कैदी का ईलाज समस्तीपुर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा था, लेकिन कैदी के पास एक भी सुरक्षाकर्मी नही दिखे, और ना ही उस कैदी की सुरक्षा में प्रतिनियुक्त कोई पुलिस पदाधिकारी ही दिखे।
अगर ईलाज कराने आया कैदी मौके का फायदा उठाते हुए भाग जाता तो, उसका असल जिम्मेवार कौन होता ? कैदी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी या प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी, या जेल अधीक्षक दलसिंहसराय उपकारा। आपको बता दें कि, किसी भी कैदी के ईलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर में अलग से कैदी वार्ड बनाया गया है, जिसमें किसी भी जेल से आए कैदी का ईलाज पुरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया जाता है, लेकिन जानकारी के अभाव के कारण जेल से सदर अस्पताल समस्तीपुर में ईलाज के लिए आने वाले कैदी को इमरजेंसी वार्ड के पुरूष वार्ड में भर्ती कर दिया जाता है, जबकि नियमतः जेल से आने वाले किसी भी कैदी का ईलाज कैदी वार्ड में किया जाना रहता है। आपको बता दें कि, न्यूज ट्वेंटी बिहार की आवाज की टीम को जानकारी मिली की, सदर अस्पताल समस्तीपुर में दलसिंहसराय उपकार से ईलाज कराने आए कैदी के साथ एक भी सुरक्षाकर्मी नही है, जबकि उस कैदी की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षा गार्ड, एक महिला व एक पुरूष सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्त किए गए थे। जब इसकी जानकारी लेने न्यूज ट्वेंटी बिहार की आवाज की टीम, सदर अस्पताल समस्तीपुर के इमरजेंसी वार्ड में पहुंची तो देखा कि, कैदी की सुरक्षा में आए दोनों पुलिस के जवान गायब हैं, और कैदी अकेले पुरूष वार्ड के बेड पर अपना ईलाज करवा रहा है। हद तो तब हो गयी जब मीडिया के आने की खबर मिलने के बाद भी कोई सुरक्षाकर्मी कैदी के पास नही पहुंचा। इस दौरान कैदी का बताना था कि, सुरक्षाकर्मी ना तो दवा की व्यवस्था करवा रहे हैं, और ना ही नाश्ते का ही जुगाड़ लगा पाए हैं, जबकि जेल मैन्युअल की ओर से इस तरह की सारी व्यवस्था कैदी मरीज के लिए लागू होती है। आपको बता दें कि उक्त कैदी उजियारपुर थाना क्षेत्र के गावपुर पंचायत स्थित बलभद्रपुर का रहने वाला है, जो विगत 2 माह पहले उक्त गांव में हुई हत्या मामले में जेल में बंद था। जिसकी तबीयत शुक्रवार 28 अप्रैल की देर रात जेल में ही बिगड़ गयी थी। जिसके बाद उसे अनुमंडलीय अस्पताल दलसिंहसराय में भर्ती कराया गया था। जहां कैदी की बिगड़ती तबीयत को देखकर उसे समस्तीपुर सदर अस्पताल समस्तीपुर में भर्ती कराया गया था। वहीं इस संबंध में जानकारी के लिए जब, अनुमंडलीय उपकारा के जेल अधीक्षक के मोबाईल पर संपर्क करने की कोशिश की गयी तो, उन्होंने अपने मोबाइल पर जा रहे कॉल को कट कर दिया। जिसके कारण उनका पक्ष नही जाना जा सका।