झुन्नू बाबा
समस्तीपुर। समस्तीपुर जीआरपी में फिर से अवैध शराब मामले की गतिविधियों में पुलिस कर्मियों के शामिल होने का मामला प्रकाश में आया है। मामले के संज्ञान में आते ही समस्तीपुर जीआरपी का शामिल एक सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इसका मुख्यालय मुजफ्फरपुर पुलिस केंद्र बनाया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ कुमार आशिष ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि समस्तीपुर रेल थाना में कार्यरत पीटीसी 44 नागमणी कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
साथ ही विभागीय कार्यवाही के विरूद्ध स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इस तरह के आचरण पुष्टि होने पर कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। वही इसमें थानेदार के विरुद्ध भी जांच की जाएगी। मुजफ्फरपुर रेल एसपी ने इस मामले में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि निबंधित डाक स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदन भेजा गया था। जिसमे सिपाही नागमणी कुमार, पीटीसी सियाराम सिंह द्वारा रेल थानाध्यक्ष समस्तीपुर के मेल से अवैध शराब को पकड़ कर रुपया लेकर छोड़ने एंव महिला सिपाही के साथ छेड़-छाड़ की घटना करने तथा रेल थाना के पुलिसकर्मियो को धमकाने इत्यादि का आरोप था। इसके बाद रेल पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय अत्तानु दत्ता मुजफ्फरपुर को जांच के लिए भेजा गया। एसपी ने बताया कि जांच में आए साक्ष्यों से स्पष्ट है कि पीटीसी 44 नागमणी का कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान अवैध शराब संबंधी कार्य में गतिविधि संदिग्ध पाया गया है। साथ ही महिला कर्मियों के साथ भी व्यवहार सही नही पाया जाना तथा किसी भी महिला कर्मी को कुछ भी बोल देना इनके संदिग्ध आचरण होने, एक अच्छा पुलिस नही होने, उदण्डता से कार्य करने, स्वेच्छाचारिता, कर्तव्यहीनता एवं मनमाने ढंग से कार्य करने का परिचायक है। एसपी ने बताया कि जांच में आए साक्ष्यों से स्पष्ट है कि पीटीसी 44 नागमणी का कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान अवैध शराब संबंधी कार्य में गतिविधि संदिग्ध पाया गया है। साथ ही महिला कर्मियों के साथ भी व्यवहार सही नही पाया जाना तथा किसी भी महिला कर्मी को कुछ भी बोल देना इनके संदिग्ध आचरण होने, एक अच्छा पुलिस नही होने, उदण्डता से कार्य करने, स्वेच्छाचारिता, कर्तव्यहीनता एवं मनमाने ढंग से कार्य करने का परिचायक है। इस कार्रवाई से जीआपी कर्मियों में हड़कंप मच गया है !