बिहार की राजधानी पटना के सटे बिहटा में एक बार फिर अमनाबाद इलाके में सोन बालू घाट पर वर्चस्व को लेकर दो पक्षों के खूनी संघर्ष में जमकर गोलियां चलीं. इस फायरिंग में चार लोगों की मौत होने की चर्चा है, जिनमें से दो भोजपुर जिले के और एक पटना के मनेर इलाके का है. हालांकि पुलिस इस घटना से साफ तौर पर इन्कार कर रही है. एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि पुलिस को किसी प्रकार की फायरिंग या मौत की जानकारी नहीं मिली है. किसी के परिजन ने जानकारी तक नहीं दी है. बिहटा थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सनोवर खान ने भी घटना को लेकर साफ तौर पर इन्कार कर दिया और कहा कि इस तरह का कोई मामला इलाके में नहीं है और न ही इस तरह की घटना को लेकर किसी भी परिवार के द्वारा थाने में लिखित आवेदन दिया गया है.
शुक्रवार को हुई थी घटना
सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को अमनाबाद सोन बालू घाट पर बालू के वर्चस्व को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर फायरिंग हुई और गोली लगने से चार की मौत हो गयी. एक बार फिर से अमनाबाद में दो पक्षों के बीच हुई फायरिंग से आसपास के लोग दहशत में हैं. इधर, सूत्रों का कहना है कि चार लोगों के मौत की सूचना मिलने पर पुलिस भी अपने स्तर पर जांच में लग गयी है और उस इलाके में सुरक्षाबढ़ा दी गयी है. विदित हो कि पिछले साल 2022 में अमनाबाद सोन बालू घाट पर बालू के वर्चस्व को लेकर चार लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.
जिंदा कारतूस के साथ एक हुआ था गिरफ्तार
इस मामले में भी पुलिस ने पहले किसी की मौत होने की घटना से इंकार किया था. लेकिन बाद में उन लोगों का शव घाट किनारे से मिलने लगा और पहचान होने लगी. इसके बाद यह स्पष्ट हुआ कि चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी और उनके शव को गंगा नदी में फेंक दिया गया था. इसी मामले में पुलिस ने एक आरोपित धीरेंद्र कुमार को हथियार और जिंदा कारतूस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. थानाध्यक्ष ने अमनाबाद सोन बालू घाट की घटना को लेकर कहा कि न ही फायरिंग की कोई जानकारी है और ना ही किसी की मौत की. अगर ऐसा कोई मामला है तो इसकी जांच की जायेगी.