झुन्नू बाबा
• सोशल मीडिया चलाने वाले पर रहेगी पैनी नज़र
• अपराधियों के साथ-साथ भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की भी अब आएगी शामत,
समस्तीपुर ! जिले में अपराधियों के साथ-साथ अब भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की शामत आने वाली है। पदभार ग्रहण करने के एक दिन बाद मंगलवार को मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने अपनी कार्ययोजनाओं व प्राथमिकताओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि वह प्राथमिकता के साथ "5-सी" के फार्मूले पर काम करेंगे।
जिसमें क्राइम, क्रिमिनल, करप्शन, कम्युनलिज्म और कॉकटेल शामिल है। समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी के अनुसार जिले में अपराध पर लगाम लगाना उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है। इसके अलावा जिले के सभी छोटे-बड़े अपराधियों व उनके गिरोहों की पहचान करना व उनके ऊपर दर्ज मामलों की समीक्षा करते हुए उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है। ताकि आपराधिक वारदातों पर काफी हद तक लगाम लगाया जा सके। भ्रष्टाचार और खासकर विभागीय भ्रष्टाचार को लेकर उनका रवैया काफी सख्त रहने वाला है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के किसी भी स्तर के पदाधिकारी व कर्मी के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा वह जिले में किसी भी प्रकार के कम्युनलिज्म को बर्दास्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जिले में पूर्ण शराबबंदी व अन्य किसी भी तरह के प्रतिबंधित नशा के विरुद्ध पूरी सख़्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इसके अलावा शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या के निराकरण के प्रति भी वह काफी गंभीर दिखे। उन्होंने कहा कि राहजनी, महिलाओं व लड़कियों के ऊपर छींटाकशी, स्नैचिंग आदि की घटनाओं के ऊपर भी उनकी पैनी निगाह बनी रहेगी और इन वारदातों को अंजाम देने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कम्युनलिज्म को लेकर स्पेशल सोशल मीडिया टीम के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ऊपर नजर रखी जाएगी।
समाज में गलत संदेश फैलाने वालों के ऊपर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पीड़ित आपात स्थिति में किसी भी तरह की सहायता व सूचना के लिए वह सीधे पुलिस अधीक्षक से कांटेक्ट कर सकते हैं।
एसपी के जनता दरबार को भी लेकर उन्होंने कहा कि संभवत जनता दरबार अनुमंडल स्तर पर अब से आयोजित किए जाएंगे. जिस पर काम जारी है।
के काफी दूर-दूर से आने वाले लोगों को जिला मुख्यालय में आने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
गोपालगंज में बतौर एसडीपीओ उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। बतौर मद्य निषेध एसपी रहने के दौरान भी उत्कृष्ट कार्य को लेकर सम्मानित हो चुके हैं।