समस्तीपुर: मशरूम उत्पादन, चुनौती एवं अवसर विषय पर दो दिवसीय उधमिता बैठक। Samastipur News

 झुन्नू बाबा

समस्तीपुर ! पूसा, डा राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में मशरूम उत्पादन पर चुनौतियों एवं अवसर विषय पर दो दिवसीय उद्यमिता बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों से मशरूम उत्पादन करने वाले किसान एवं उद्यमियों नेन शिरकत की। कार्यक्रम से पूर्व विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीएस पांडेय ने मशरूम उत्पादन को लेकर लगाये गये प्रदर्शनी का अवलोकन किया और मशरूम किसानों तथा उद्यमियों से उनकी समस्याओं के विषय में विस्तृत चर्चा की। 



कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय भाषण में बोलते हुये कुलपति ने कहा कि मशरूम उत्पादन में बिहार पहला राज्य बन गया है। इसके लिये उन्होंने किसानों और डा दयाराम की सराहना की। उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन में महिलाओं का अहम योगदान है। उन्होंने मशरूम उत्पादन में मार्केटिंग, पैकेजिंग, मूल्य वृद्धि, तथा मशरूम को देर तक ताजा रखने की चुनौतियों की चर्चा की। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय किसानों से मिले फीडबैक के आधार पर अनुसंधान के विषय तैयार करेगा। उन्होंने उपस्थित किसानों और उद्यमियों से आग्रह किया कि  वे जाने से पहलें विश्वविद्यालय की कमियों को बतायें ताकि विश्वविद्यालय उन पर काम करे। उन्होंने कहा कि पाजिटिव फीडबैक संस्थान की उन्नति के लिए काफी आवश्यक है। डा पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय किसानों के हित को लेकर सक्रिय है और किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिये हर संभव प्रयास करेगा। 

कार्यक्रम को मशरूम अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डा बीपी  शर्मा ने भी संबोधित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए जा शर्मा ने कहा कि बिहार में मशरूम के उत्पादन की तेज वृद्धि में विश्वविद्यालय का अहम योगदान है। आधार विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के पूर्व निदेशक डा एसपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में मशरूम अनुसंधान में डा पीएस पांडेय की अहम भूमिका है। वे जब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में थे तो उन्होंने ही पहली बार अनुसंधान के लिये पैसे स्वीकृत किये थे। 

कार्यक्रम के दौरान निदेशक अनुसंधान डा पीएस ब्रह्मानंद, निदेशक प्रसार शिक्षा डा एम एस कुंडू एवं मशरूम वैज्ञानिक डा दयाराम ने भी संबोधित किया। 

कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डा सुधा नंदिनी ने किया। कार्यक्रम के दौरान निदेशक शिक्षा डा एमएन झा, निदेशक गन्ना अनुसंधान डा ए के सिंह, पुस्तकालयाध्यक्ष, डा राकेश मणि शर्मा, डा कुमार राज्यवर्धन ,  समेत विभिन्न वैज्ञानिक ,शिक्षक एवं कर्मचारी  उपस्थित थे।

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