झुन्नू बाबा
डायल 112 ने आकर छापेमारी किया
एक नाबालिग को पुलिस ने हथकड़ी लगाकर ले गई न्यायालय
समस्तीपुर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कोरबद्धा में एक पुलिस मित्र के द्वारा नाबालिग को झूठे शराब के मामले में फंसा कर पुलिस से गिरफ्तार कराये जाने का मामला आया है। जिसमें पुलिस के द्वारा हथकड़ी और रस्सा लगाकर उसे गिरफ्तार करते हुए उसका मेडिकल कराया गया। वहीं, पुलिस के द्वारा मामला दर्ज करते हुए नाबालिग का गलत उम्र अंकित कर उसे 18 वर्ष का बताया गया।
पुलिस के अनुसार उसके पास से 750 एमएल की एक विदेशी शराब की बोतल में रखी हुई 300 एमएल शराब बरामद की गई है। ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में नाबालिग के शराब पिए जाने की पुष्टि नहीं हुई है। मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कोरबद्धा का है। मामले में अपने को फंसता देख पुलिस के द्वारा अब उस नाबालिग को शराब कारोबारी बताया जा रहा है। पुलिस के दावे के मुताबिक उसके पास से शराब जितनी कथित मात्रा बरामद हुई है, वह दो-तीन पैग की मात्रा है और अभी तक समस्तीपुर सहित पूरे बिहार में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है जिसमें पैग के हिसाब से शराब का कारोबार होता हो। पैग के हिसाब से दूसरे प्रदेशों के पब एवं बार में शराब की बिक्री किए जाने की बात मानी जा सकती है। लेकिन बिहार के समस्तीपुर में पैग के हिसाब से शराब बेचे जाने की बात कतई हजम नहीं होती है। आखिर, पुलिस क्या ये साबित करना चाहती है कि उक्त नाबालिग अपने घर पर बार खोले हुए था। अगर बार खोले हुए था तो पुलिस ने वहां से मात्र 300 एमएल शराब ही बरामद किया। वहीं, आपको बता दें कि नाबालिग के परिजनों ने पुलिस पर साजिश के तहत फंसाने का गंभीर आरोप लगाया है। कहा गया है कि जिस महिला पुलिस मित्र के द्वारा पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया और खुद जाकर उसके घर के पास से कथित तौर पर शराब बरामद दिखाया गया, वह कई गंभीर सवालों को जन्म दे रहा है। शराब की कथित बरामदगी के बाद आखिर किस कानून के हिसाब से पुलिस के द्वारा उसे हथकड़ी और रस्सा लगाया गया। सूत्रों की माने तो महिला पुलिस मित्र खुद गाँव मे अवैध शराब का कारोबार करती ऐसा गाँव मे चर्चा है !