समस्तीपुर: नवनियुक्त राजस्व कर्मचारियों को नगर भवन में दिया गया प्रशिक्षण। Samastipur News

               

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 झुन्नू बाबा


समस्तीपुर : जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के द्वारा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार, पटना द्वारा अनुशंसित नवनियुक्त राजस्व कर्मचारियों का जिला स्तरीय प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन एवं प्रारंभिक संबोधन एवं प्रशिक्षण, बिहार में राजस्व प्रशासन का स्वरूप पदानुक्रम, पदाधिकारियों के अधिकार एवं दायित्व के बारे में बताया गया।


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यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 12 सितंबर से 26 सितंबर तक समय 10:00 बजे पूर्वाहन से 5:00 अपराह्न तक चलेगा।

प्रशिक्षण स्थल स्वर्गीय सत्यनारायण सिन्हा, नगर भवन, समस्तीपुर में होगा।

आयोजक जिला स्थापना प्रशाखा समाहरणालय समस्तीपुर होगा।


जिलाधिकारी द्वारा प्रारंभिक संबोधन में नवनियुक्त राजस्व कर्मचारियों को गंभीरता से प्रशिक्षण प्राप्त करने, राजस्व कर्मचारी से संबंधित विभागीय पत्रों/पुस्तकों की गहन जानकारी, कार्य क्षेत्र की जानकारी, डिजिटाइजेशन, टेक्नोलॉजी का प्रयोग, कार्यालय में व्यवहार, पारदर्शिता एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।

आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु विशेष आमंत्रित अतिथि प्रशिक्षक राधा मोहन प्रसाद (बि० प्र० से०) (विशेष सचिव बीपीएससी के पद से सेवानिवृत) द्वारा बिहार में राजस्व प्रशासन का संक्षिप्त इतिहास, राजस्व कर्मचारी पद का सृजन एवं राजस्व प्रशासन में इसकी उपयोगिता, हल्का कार्यालय में संधारित किए जाने वाले पंजियों एवं अभिलेखों का संधारण एवं अनुश्रवण, राजस्व प्रशासन संबंधी महत्वपूर्ण शब्दावली इत्यादि के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम में अपर समाहर्ता, प्रभारी पदाधिकारी जिला राजस्व प्रशाखा, विशेष कार्य पदाधिकारी एवं स्थापना उप समाहर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम हेतु मंच का संचालन मुकेश कुमार, प्रधानाध्यापक के द्वारा किया गया। राजस्व प्रशासन का संक्षिप्त इतिहास, पद का सृजन, राजस्व प्रशासन की उपयोगिता, हल्का कार्यालय में संधारित किए जाने वाले पंजी/अभिलेख, राजस्व प्रशासन संबंधी महत्वपूर्ण शब्दावली, सरकारी सेवक के दायित्व, बिहार टेनेंसी एक्ट 1885, प्रमुख धाराएं, गैर मजरूआ आम/मालिक/ कैसरे हिंद, बकाशत भूमि, सैरात आदि की परिभाषा, बंदोबस्ती एवं वासगीत पर्चा, बिहार भूमि सुधार अधिनियम की महत्वपूर्ण धाराएं, बिहार लोक भूमि अतिक्रमण 1956, बीपीपीएचटी एक्ट 1947, वित्तीय अनुशासन, अंचल स्तर पर निर्गत किए जाने वाले प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज, इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया, जमाबंदी/और उसका डिजिटाइजेशन, बिहार काश्तकारी अधिनियम 1885, बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम, भूदान/भू अर्जन, भू मापी की अधिनियम प्रक्रिया का परिचय, बीएलडीआर एक्ट और रूल्स आदि का सत्र इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रस्तावित है।

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