झुन्नू बाबा
समस्तीपुर ! डा राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में अनुसंधान को गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिये स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के छात्रों तथा शिक्षको के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान बोलते हुए निदेशक अनुसंधान डा पी एस ब्रह्मानंद ने कहा कि अनुसंधान किसी भी देश के विकास में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान में लाइब्रेरी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
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वर्तमान समय संचार तकनीक में हो रहे लगातार बढोत्तरी के कारण दुनिया भर में चल रहे अनुसंधान और उसके निष्कर्ष को डिजिटल लाइब्रेरी तथा अन्य डिजिटल तकनीक से जाना जा सकता है। इन तकनीकों की जानकारी अनुसंधान के छात्रों तथा शिक्षकों और वैज्ञानिकों को होना बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डा राकेश मणि शर्मा ने प्रशिक्षण के विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में कुलसचिव डा मृत्युंजय कुमार, निदेशक शिक्षा डा एम एन झा, अभियंत्रण महाविद्यालय के डीन डा अंबरीष कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डा अंबरीष कुमार ने स्थानीय समस्याओं पर अनुसंधान करने की जरूरत पर बल दिया। प्रशिक्षण के दौरान मंच संचालन सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष श्री गुप्त नाथ त्रिवेदी ने किया।
प्रशिक्षण के दौरान डीन डा सोमनाथ राय चौधरी, निदेशक गन्ना अनुसंधान डा ए के सिंह, निदेशक छात्र कल्याण डा रंजन लायक, सूचना पदाधिकारी डा कुमार राज्यवर्धन समेत विभिन्न शिक्षक एवं वैज्ञानिक भी उपस्थित रहे।