झुन्नू बाबा
* फ़ोटो और विडियो वायरल
* वरीय अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कर रहे हैं परहेज़
समस्तीपुर: जिले में लगातार शराब तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन से लेकर रेल प्रशासन शराब खोजने और तस्करों को पकड़ने में जुटी है । लेकिन जब पुलिस वाले ही तस्कर निकले तो उसे कौन पकड़ेगा। समस्तीपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया देखने को मिला । आरपीएफ जवान वीरेंद्र कुमार अपने सहयोगी के साथ इस धंधे में संलिप्त दिखे।
दोपहर अपने सहयोगी के साथ मालगोदाम चौक से शराब से भरा दो लाल कलर और एक काले कलर के साथ अपने बाइक पर एक युवक को बिठाकर माल गोदाम चौक से माधुरी चौक की तरफ निकले । वाशिंग पिट के तरफ निकल पड़े सूत्रों की माने तो दिल्ली से आने वाली किसी गाड़ी से शराब तस्करों को आरपीएफ जवान बिरेंद्र कुमार और उनके अन्य सहयोगी के द्वारा पकड़ा गया था । जिसे माल गोदाम रेलवे ट्रैक किनारे हनुमान मंदिर के समीप तस्कर को छोड़ दिया गया। शराब से भरा बैग लेकर चल दिए । इसी बीच बैग ले जा रहे जवान का वीडियो बना लिया गया।
सवाल उठता है अगर जवान शराब बरामद किया तो उसे आरपीएफ पोस्ट ले जाना था। लेकिन जवान की वाशिंग पिट की तरफ बैग क्यों ले गया । कहीं ना कहीं गोलमाल करने की साजिश हो रही थी। ऐसे में शराबबंदी को रोकने वाली पुलिस ही जब शराब के काले कारनामे में लिप्त हो तो उस पर कार्रवाई कौन करें । अब यह देखना दिलचस्प होगा की इस मामले में आरपीएफ के कोई भी वरीय पदाधिकारी बोलने से परहेज कर रहे हैं। पूर्व में भी रेल पुलिस पर शराब बेचने का आरोप लग चुका है और कई पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके हैं। बताया जाता है कि वीरेंद्र कुमार पिछले दो वर्षों से समस्तीपुर रेल मंडल के जंक्शन पर स्थित पोस्ट पर कार्यरत हैं और मुज़फ़्फ़रपुर ज़िला के निवासी हैं है !