झुन्नू बाबा
* परिवार की चिन्ता और महाजन के अतिदबाव से आजिज मनोज ने सपरिवार की आत्महत्या,
* कई माह से नहीं मिल रहा था राशन
समस्तीपुर । प्रखंड के मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड 4 में एक परिवार के सभी पांच सदस्यों की फांसी लगाकर आत्महत्या की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया। आर्थिक तंगी से बदहाल परिवार के मुखिया मनोज झा ने दो मासूम बच्चों, मा पत्नी सहित फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। घटना का कारण कर्ज का बोझ बताया जाता है। मृतक मनोज पर पूर्व से पिकअप एवं ऑटो गाड़ी का कर्ज था. जिसकी किष्त ससमय अदायगी नहीं कर पाने के कारण पिकअप और ऑटो फायनेंशर के द्वारा छीन लिया गया था।
मृतक के बेटी की माने तो मनोज ने बडी बेटी की शादी के लिये अपने एक ग्रामीण से ब्याज पर कर्ज लिया था। जिसे लौटाने केलिए आयेदिन वह व्यक्ति धमकी, गाली आदि देता था। घर की माली हालत को देखते हुये मृतक मनोज ने मऊ बाजार में फुटपाथ पर बैठकर तम्बाकू बेचने लगा था मगर इसे परिवार का भरण पोषण नही हो पाता था। कर्ज देने वाले का दबाब बढ़ता जा रहा था। सुत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार हाल यह था कि एक बकायेदार ने मनोज के घर से निकलने पर भी पाबंदी लगा दी थी। विगत कुछ दिनों से वह घर से बाहर नहीं निकला था।
संभवतः इसी कारण उसने सपरिवार आत्महत्या जैसा दिलचीर देने वाला फैसला लिया होगा। कई माह से पीडीएस राशन के लाभ से भी वह वंचित था। इससे उसकी चिंता और बढ़ गयी थी। ग्रामीणों की मानें तो महाजन का कर्ज, बच्चे की परवरिश और परिवार के देखभाल की फिक्र ने मनोज को अंदर ही अंदर खोखला कर दिया था। आखिरकार कर्ज और तंगहाली के झंझावात ने मनोज को सामुहिक आत्महत्या करने के लिए विवश कर दिया। बताते हैं कि फांसी से लटकने से पूर्व मनोज की बूढ़ी मां सीता देवी ने मनोज की दोनों ब्याही पुत्रियों को फोन कर कुछ बात करने का प्रयास की थी. पर फोन कॉल रिसीव नही हो पाया।
घटना की जानकारी मिलने पर डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय सदलबल मृतक के घर पहुंच कर घटना की छानबीन में जुट गये हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक हृदयकांत भी घटना स्थल पर पहुंच कर वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी व मृतक के परिजन एवं ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। इस मामले में आरक्षी अधीक्षक ने कहा कि प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है।
किन्तु पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक टीम के अनुसंधान के बाद ही घटना की सच्चाई सामने आ सकेगी। वहीं मामले की जानकारी मिलने पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी भी मृतक के घर पहुंचे और मृतक की देानों बेटियों को सान्त्वना दिया। साथ ही इसे हृदयविदारक घटना बताते हुये घटना की सूक्ष्म जांच किये जाने की बात कही। घटना को लेकर गांव में सन्नाटा पसरा है। लोग दबी जुबान से कर्ज देने वाले महाजन को कोसने से नही चूक रहे हैं।