शहर की मुख्य मारवाड़ी बाजार में दिनदहाड़े हुई फायरिंग मामले में 24 घंटे बाद भी पुलिस बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाब नहीं हो पाई है। इससे कारोबारी दहशत से उबड़ नहीं पा रहे हैं। घटना के दूसरे दिन भी सहमे मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के कई दुकानदारों ने दुकान नहीं खोली। दुकान का शटर गिरा रहा। हालांकि नगर पुलिस द्वारा एहतियात के तौर पर उक्त मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स में पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। कारोबारियों का कहना है कि शहर में सबसे भीड़भाड़ वाला यह बाजार है।
इस बाजार में 15-20 की संख्या में आये बदमाश फायरिंग कर आराम से चले गए। लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पाई। नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने कहा कि गोलीबारी की घटना मूलत: जमीन विवाद से जुड़ा है। मामले को तूल देने के लिए कारोबारी रंगदारी की बात कर रहे हैं। फायरिंग करने वाले बदमाश बाजार के कई सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए हैं। जिसकी पहचान कराई जा रही है। बदमाशों की पहचान के बाद उसकी गिरफ्तारी होगी। शहर की करीब 33 कट्ठा (100 करोड़) की संपत्ति पर है विवाद सूत्रों ने बताया कि सौतेली भाई-बहनों के बीच शहर के 33 कट्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसका अनुमानित मूल्य करीब 100 करोड़ बताया जा रहा है। ताजा विवाद 9 धुर जमीन पर मकान बनाने को लेकर है। इस पर धारा 144 लागू होने के बावजूद एक पक्ष द्वारा निर्माण कराया जा रहा था।
बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
मुफस्सिल के बाद शहर में पांव पसार रहा भू माफिया
शहर से सटे मुफस्सिल इलाके में जमीन कब्जे को लेकर हाल के दिनों में गोलीबारी की कई घटनाएं हुई है। गोलीबारी में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। सूत्रो ने बताया कि अब भू माफियाओं के गिरोह की नजर अब शहर की विवादित भूमियों पर है। जहां वह कमजोर पक्ष से मिलकर उसके जमीन को बेचवाले व बाद में उक्त जमीन पर कब्जे को लेकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं।
जमीन कब्जे को लेकर शहरी इलाके में हुई कई वारदात, कार्रवाई सिफर
केस 1: 28 सितंबर 2020 को काशीपुर गर्ल्स हाई स्कूल के पास बाइक सवार बदमाशों ने घर में घूस कर प्रॉपर्टी डीलर व ठेकेदार रिंकू चौधरी को गोलियों से भून डाला था। रिंकू के शरीर में ऊपर से नीचे तक 18 गोली लगी थी। इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में मात्र एक आरोपी चंदेश्वर दास को गिरफ्तार की है।
केस 2: 10 दिसंबर 2020 को बदमाशों ने भोजपुरी फिल्म कलाकार मिथिलेश पासवान की मुफस्सिल थाने के आधारपुर गांव के पास उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब व बुलेट से ताजपुर की ओर जा रहे थे। मिथिलेश भी प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे। इस मामले में अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
केस 3: 22 अगस्त 2019 को मुफस्सिल थाने के मोहनपुर पुल के पास बदमाशों ने एक प्रॉपर्टी डीलर के बच्चे को लेकर स्कूल जा रहे वाहन पर स्कूल के पास अंधाधुंध फायरिंग की थी। जिसमें वाहन चला रहे राजेश महतो को गोली लगी थी। उपचार के दौरान राजेश की मौत हो गई थी। इस मामले में प्रॉपर्टी डीलर सौरभ मोहन के बयान पर आठ को आरोपित किया गया ।
Source: Dainik Bhaskar