भोला टॉकीज गुमटी पर फ्लाईओवर निर्माण के लिए 119 करोड़ रुपए की बनी संशोधित डीपीआर।>> Samastipur City

 शहर के भोला टाॅकीज रेलवे गुमटी पर फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर पुल निगम ने 119 करोड़ रुपए का संसोधित डीपीआर बनाकर मुख्यालय को सौंपा है। नये डीपीआर के नक्शे में पुल के लेग को लेकर परिवर्तन भी किया गया है। अब इस पुल में तीन लेग होंगे। पूर्व के नक्शे में दो लेग का प्रस्ताव था। नये नक्शे के अनुसार फ्लाई ओवर का पहला लेग अब ताजपुर रोड में पुल से पूरब की ओर बस स्टैंड के करीब 350 मीटर जाकर सड़क से मिलेगी। जबकि पुल से पश्चिम की ओर 350 मीटर एलआईसी कार्यालय के पास आकर सड़क से मिलेगी। तीसरी लेग समस्तीपुर-पूसा पथ पर पूसा की ओर 350 मीटर अागे धरमपुर न्यू कॉलोनी के करीब सड़क पर गिरेगी।





पुल निगम के कार्यपालक अभियंता दीपेश कुमार ने बताया कि पुल निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की भी जरूरत पड़ेगी। जिसके लिए 35 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व मुख्यालय में संसोधित नया डीपीआर सौंपा गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस डीपीआर को मंजूरी मिलेगी। यहां बतादें कि इस पुल के निर्माण को लेकर पूर्व में तीन बार डीपीआर बन चुका है। इस बार चौथीबार डीपीआर बनाया गया है। सब ठीकठाक रहा तो अगले वित्तीय वर्ष में पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि करीब डेढ़ दशक पूर्व तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने पुल के निर्माण की स्वीकृति दी थी।





तीसरा लेग पूसा रोड में रेलवे पुल से 350 मीटर धरमपुर तक बनेगा, इसके बन जाने से दुर्घटनाओं में आएगी कमी


रेलवे के निर्माण विभाग ने बनाई थी 26 मीटर चौड़े पुल की डीपीआर
रेलवे के निर्माण विभाग ने पूर्व में 26 मीटर चौड़े पुल का डीपीआर बनाकर रेलवे मुख्यालय भेजा था। जिस पर स्वीकृति नहीं मिली। पुल निर्माण के लिए रेलवे ने राज्य सरकार से जमीन खाली कराने को कहा तो राजनीति शुरू हो गई। राज्य सरकार के अभियंता उपलब्ध जमीन में ही पुल बनाने की बात करने लगे। उसके बाद पुन: डीपीआर में सुधार कर उसे 18 मीटर करने का फैसला लिया है।





हाजीपुर मुख्यालय ने रेलवे के निर्माण विभाग का चार-चार बार लौटाया है नक्शा
इससे पूर्व रेलवे का निर्माण विभाग पुल निर्माण के लिए तीन-तीन बार नक्शा बना चुका है। बावजूद पुल का निर्माण शुरू नहीं हो पाया। गौरतलब है कि भोला टॉकीज गुमटी पर फ्लाइ ओवर ब्रिज बनाने की स्वीकृति तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के कार्य काल में हुआ था। चार वर्ष पूर्व भोला टॉकीज गुमटी पर पुल निर्माण के लिए 84 करोड़ की कार्य योजना बनाई गई थी।




पुल बनने से लाभ

  • घंटों जाम में नहीं फसेंगे राहगीर
  • शहर से पूसा की ओर जाने वाले लोगों को मिलेगी राहत
  • गुमटी के पास ट्रेन से कट कर मौत की घटना में आएगी कमी
  • पंजाबी कॉलोनी, दादपुर, पूसा के लोग समय पर पहुंच पाएंगे कार्यालय व स्कूल
  • समय की बर्बादी पर लगेगा ब्रेक




हर दस मिनट बाद बंद होती है गुमटी, जाम के कारण आउटर पर फंसती हैं ट्रेनें
53 नंबर गुमटी समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर रेल खंड पर है। इस खंड पर रोजना 80 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें चलती है। इसके अलावा 30-40 माल ट्रेन व पसैंजर ट्रेनें भी चलती है। फलस्वरूप हर पांच से दस मिनट बाद गुमटी को बंद करना पड़ता है। इससे गुमटी के दोनों ओर दिनभर जाम लगा रहता है। खास कर सुबह व शाम के समय में लोगों को ज्यादा दिक्कत होती है। कभी-कभी जाम के कारण गेट मैन चाह कर भी गुमटी बंद नहीं कर पाते हैं। जिससे अकसर आउटर सिगनल पर ट्रेन फंसी रहती है। गुमटी बंद करने के लिए पुलिस की भी मदद लेनी पड़ती है। जिससे गेट मैंन के साथ भी मारपीट की घटना हो चुकी है।

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