नेपाल की तारा एअर का 9NAET डबल इंजन एयरक्राफ्ट उड़ान भरने के बाद से लापता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक, अल्फा इको टैंगो कॉल साइन वाले इस विमान ने पोखरा से जोमसोम के लिए रविवार सुबह 9:55 बजे उड़ान भरी थी। जिसे 10:20 बजे लैंड करना था, लेकिन वह 11 बजे के बाद भी संपर्क में नहीं आया। पोखरा एयरपोर्ट चीफ बिक्रम राज गौतम ने पुष्टि की कि एयरक्राफ्ट टावर के संपर्क से बाहर है। विमान को खोजने सर्च ऑपरेशन जारी है।
खोज में लगे सेना के हेलीकॉप्टर
नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने बताया कि सेना का एक MI-17 हेलीकॉप्टर हाल ही में लेटे, मस्टैंग के लिए रवाना हुआ है। उन्होंने कहा- हो सकता है कि इनमें से किसी इलाके में विमान दुर्घनाग्रस्त हो गया हो। वहीं, नेपाल के गृह मंत्रालय ने लापता विमान की तलाश के लिए 2 हेलीकॉप्टर लगाए हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फदिंद्र मणि पोखरेली ने कहा- नेपाल के गृह मंत्रालय ने लापता विमान की तलाश के लिए मस्टैंग और पोखरा में दो होलीकॉप्टर लगाए गए हैं।
जर्मनी और भारतीय यात्रियों सहित कुल 22 लोग थे सवार
तारा एअर के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला के मुताबिक, 3 क्रू मेंबर सवार थे। यात्रियों में 13 नेपाली, 4 भारतीय और 2 जर्मन यात्री भी थे। ATC से संपर्क टूटने के बाद यह जानकारी सार्वजनिक की गई। इनमें से 19 यात्रियों के नाम सामने आए हैं- इंद्र बहादुर गोले, पुरुषोत्तम गोले, राजन कुमार, मिल ग्रांट, बसंत लामा, गणेश नारायण, रवीना श्रेष्ठा, रश्मी श्रेष्ठा, रोजीना श्रेष्ठा, प्रकाश सुनवार, माकर बहादुर तमांग, रम्या तमांग, सुकुम्या तमांग, तुलसादेवी तमांग, अशोक कुमार त्रिपाठी, धनुष त्रिपाठी, ऋतिका त्रिपाठी, युवी विल्नर और वैभवी बांडेकर।
खराब मौसम के कारण खोज में हो रही देरी
विमान का पता लगाने हेलीकॉप्टर भेजने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि खराब मौसम के कारण एक हेलीकॉप्टर जोमसोम में होने के बावजूद उड़ान नहीं भर सका। इससे पहले सुबह समिट एअर के दो विमान जोमसोम पहुंचे थे। इसी तरह मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि धौलागिरी के आसपास के पांच जिलों के सुरक्षा अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
पहाड़ों के बीच से उड़ान भरते हैं प्लेन
पुलिस अधिकारी रमेश थापा ने कहा कि ट्विन ओटर प्लेन के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसकी तलाश जारी है। पिछले कुछ दिनों से यहां बारिश हो रही है लेकिन सभी फ्लाइट्स सामान्य रूप से चल रही हैं। घाटी में उतरने से पहले प्लेन पहाड़ों के बीच उड़ान भरते हैं। यह इलाका उन विदेशी पर्वतारोहियों के बीच मशहूर है जो पर्वतीय पगडंडियों पर ट्रेकिंग करते हैं। इसी रास्ते पर भारतीय और नेपाली तीर्थयात्री मुक्तिनाथ मंदिर की यात्रा भी करते हैं।
2016 में भी इसी रास्ते पर हुआ था हादसा
रविवार से पहले साल 2016 में तारा एयर का एक विमान नेपाल के पोखरा से जोमसोम जा रहा था, तब भी उसका संपर्क टूट गया था। उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई।