BY- झुन्नू बाबा
समस्तीपुर ! खेल मैदान में यूं तो खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाते है। मैदानों में अभ्यास के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होता रहता है। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो मैदान में दूसरे ही खेल चला रहे हैं। शाम ढलते ही यहां असामाजिक तत्व ऐसे खेल खेलने लगते है जो खेलों की मर्यादाओं को तार-तार कर रहे हैं। यकीन न हो तो शहर के बीचों-बीच स्थित पटेल मैदान पर निगाह डाल लीजिए। यहां सांझ ढलते ही चहारदीवारी से सटे पेड़ों की आट में बैठे या स्टेडियम के बनें सीढ़ियों पर बैठे नशेड़ियों का खेल शुरू हो जाता है।
वो भी तब जबकि पास ही कलेक्ट्रेट, एसपी, डीएसपी आवास, सदर डीएसपी कार्यालय है। बावजूद इसके बैखोफ जुआरी व शराबी आए दिन यहां नशे का सेवन कर आने वाली महिलाओं व लड़कियों पर फब्तियां कसते रहते हैं। इन असामाजिक तत्वों के कारण सभ्य परिवारों की बहु-बेटी पटेल मैदान जाना छोड़ दिया है। अक्सर दो गुटों के बीच मारपीट, लड़कियों पर फब्तियां कसना, गुटबाजी को मामला आते ही रहता है। बावजूद पुलिस ऐसे असामाजिक तत्वों पर नकेल कस पानें में असफल साबित हो रही है। बीते बुधवार की देर शाम भी पटेल मैदान में नशेड़ियों ने दो खिलाड़ियों को पहले अपशब्द कहे फिर खिलाड़ी द्वारा टोकने पर मारपीट कर सिर फोड़ दिया। जिससे उक्त दोनों खिलाड़ी लहूलुहान हो गये। बाद में सूचना पर पहुंची नगर थाने की पुलिस पटेल मैदान में खाक छानते रही लेकिन तब तक सभी असामाजिक तत्व वहां से भाग चुके थे। हालांकि मारपीट की घटना के बाद गुरुवार को पुलिस की गश्ती दल पटेल मैदान में घंटो अपनी जिप्सी नचाते रही ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना हो। नगर थानाध्यक्ष अरुण राय ने बताया कि ऐसे असमाजिक तत्वों की जानकारी हमें आम लोग भी दे और पुलिस का सहयोग करें। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।