समस्तीपुर: पीएचसी से बिना टांका लगाए मरीज़ को किया डिस्चार्ज।>> Samastipur City

झुन्नू बाबा


अस्पताल में प्रसव के बाद एएनएम उगाही के लिए मजबूर करती हैं 


समस्तीपुर ! जिले के विद्यापतिनगर से जहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विद्यापतिनगर मिर्जापुर पर जननी सुरक्षा योजना में जमकर गड़बड़ी की जा रही है। 

यहां सुरक्षित डिलीवरी के नाम पर वसूली करने के साथ मरीजों का आर्थिक शोषण चरम पर है। शिकायत करने पर उनके द्वारा उन्हें परेशान किया जाता है। निश्शुल्क मिलने वाली सुविधाओं पर खुलेआम वसूली का खेल खेला जा रहा है। 





प्रखंड के काँचा निवासी नोखेलाल शर्मा ने स्थानीय पीएचसी के कर्मियों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उसने पीएचसी प्रभारी को आवेदन लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। नोखेलाल शर्मा ने आवेदन में बताया है कि वह 23 फरवरी को पीएचसी के प्रसव कक्ष में मेरी बेटी खुशबू कुमारी भर्ती हुई थी। उसी रात 10:32 बजे छोटा ऑपरेशन कर एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन ऑपरेशन के बाद टांका नहीं लगया गया और 24 फरवरी की सुबह जच्चा व बच्चा को डिस्चार्ज कर दिया गया। जब पेसेंड के द्वारा टांका लगाने की बात कहि गई तो एएनएम काजल किरण के द्वारा हांथ धो लेने की बात कह मना कर दिया गया। जब दबाब दिया गया तो उसने दो हजार रुपये सेवा शुल्क जमा कराने को कहा गया। पैसे नहीं देने पर जच्चा व बच्चा को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। घर पहुंचते ही ऑपरेशन की जगह दर्द शुरू हो गया। जब असहनीय दर्द होने लगा तो शनिवार को पेसेंट को पीएचसी लेकर आया तब जाकर टांका लगाया गया। इसके बाद भी कोई भी स्वास्थ्य कर्मी उसे देखने नहीं आया। प्रसव कार्य के कर्मियों ने रुपये के लालच में उसके साथ दुर्व्यवहार किया।

मामले में उचित कार्रवाई की जाए। इस दौरान मौजूद दर्जनों मरीजों ने बताया कि यहां प्रसव के दौरान दवा, नार कटाई के नाम पर पांच सौ रुपये तो 30 से 50 रुपये ऑफिस और डॉक्टर के नाम पर लिए जाते हैं। 

पीएचसी प्रभारी डॉ. मदन कुमार का कहना है कि इस बाबत कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। हालांकि इस संबंध में जांच कराई जा रही है दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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