शहर में पिछले दो महीनों से जलजमाव की समस्या बरकरार है। बारिश का जमा पानी जैसे ही कुछ होता है पुनः बारिश होने से स्थिति पूर्ववत हो जाती है। वहीं जलजमाव दूर करने में जुटा नगर निगम प्रशासन अब हाफ चुका है। जिससे शहर के अधिकांश मोहल्ला दो महीने से झील में तब्दील हैं। जलजमाव के शिकार लोग जान जोखिम में डालकर अपना जरुरी का काम निपटाने को विवश हैं।
वहीं घर के अन्य लोग जलबंदी की तरह जीवन व्यतीत करने को विवश हैं। विदित हो कि शहर के ठाकुरवाड़ी गली, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी, गर्ल्स हाईस्कूल रोड, काशीपुर, पंजाबी कॉलोनी, धरमपुर, बीएड कॉलेज मोहल्ला व रोड, श्रीकृष्णापुरी, सोनवर्षा चौक, आरएनएआर कॉलेज रोड, न्यू श्रीकृष्णापुरी, मूसापुर सहित अन्य मोहल्लों में पिछले दो महीने से जलजमाव है। इससे श्रीकृष्णापुरी, आरएनएआर कॉलेज, मूसापुर के कई मकान मालिक अपना मकान छोड़ किराएदार के रुप में मगरदही, मोहनपुर, रोड सहित अन्य मोहल्लों में रहने को विवश हो गये हैं। वहीं दर्जनों किराएदार मकान खाली कर दूसरे हल्ले चले गए हैं। शहर के दर्जनों मकान पिछले दो वर्षों से खाली पड़े हैं। पहले कोरोना अब बाद में जलजमाव के कारण मकान खाली पड़े हैं।
घुटने से लेकर कमर तक है पानी: मोहल्लों में जलजमाव की स्थिति यह है कि घुटने भर से लेकर कमर तक पानी है। शहर के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी, गर्ल्स हाईस्कूल रोड, महिला कॉलेज रोड में घुटने भर पानी जमा है। वहीं सोनवर्षा चौक से आरएनएआर कॉलेज, आरएनएआर कॉलेज रोड, बीएड कॉलेज रोड में कमर तक पानी है। लोग जान जोखिम में डालकर आना जाना करते हैं।