पूसा।
मृत समझ कर जिस व्यक्ति का परिवार वालों ने दाह संस्कार कर दिया वह अचानक चार दिन बाद घर लौट आया। उसे घर पर देख सभी की आंखे फटी की फटी रह गयी। बाद में घर मे रौनक लौट आयी। जहा दो दिन पूर्व परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल था। आज सभी के चेहरे खिल रहे थे। बताया गया है कि वैनी ओपी के ठहरा पंचायत (वार्ड 10) निवासी रामलगन महतो (68) 14 अगस्त को भैस बेचने के विवाद के कारण नाराज हो साइकिल से घर
छोड़ निकल गए थे। उनके घर से निकलने पर घर वालों ने काफी खोजबीन की। लेकिन वे नही मिले। इधर बैनी ओपी पुलिस को बीते 14 अगस्त को ही रेपुरा (बैनी) गांव के निकट से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक निकट एक क्षत विक्षत शव मिला। जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षित रखा। बाद में फोटो से परिवारवालों ने शव की शिव के रूप में पहचान की। उसके बाद शव का दाह संस्कार किया गया। लेकिन अचानक बुधवार को श्री महतो के घर लौटते ही खुशी लौट गई। खबर फैलते ही मुखिया के पति जय प्रकाश
मिश्र, सरपंच के पति पवन कुमार पथिक समेत सैकड़ो लोग मौके पर पहुंचे। बाद में परिवार के सदस्य ने मिठाई मंगवाकर लोगो मे बंटवाया। घर लौटे श्री महतो ने बताया कि ये साइकिल से ही बेगूसराय के लाखों पंचायत स्थित मंदिर पर गए एवं वहीं रहे। आज स्थानीय लोगों की मदद से घर लौटे। अब इधर सवाल यह है कि जिस बुजुर्ग का दाह संस्कार किया गया। वह कौन थे। इस संदर्भ में वैनी ओपी अध्यक्ष आफताब आलम ने बताया कि 72 घंटे बाद शव को दाह संस्कार कराने के लिए दिया गया था। इधर ठहरा के लोगों ने पहचान करके शव ले गये और दाह संस्कार कर दिया। अब फोटो के आधार पर मृत की फिर से पहचान कराई जाएगी।