चकमेहसी थाना की सैदपुर पंचायत - " के वार्ड 03 के सैदपुर बाजार समिति के निकट सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए सैदपुर के नंदकिशोर चौधरी की पत्नी प्रमिला देवी ने एसडीओ कार्यालय में आवेदन दिया था।
इसमें स्व. बिंदु दास की पत्नी मो, प्रमिला देवी व स्व. मुनेश्वर दास के पुत्र शंभू दास द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा से आवागमन में परेशानी बताते हुए अतिक्रमण हटवाने का आग्रह किया था। आवेदन के आलोक में एसडीओ के आदेश पर सीओ बिना सूचना चकमेहसी की थाने की पुलिस लेकर दोपहर दो बजे के बाद अतिक्रमण हटवाने पहुंचे। अतिक्रमण हटाया जाने लगा। ग्रामीणों का आरोप है की प्रशासन के पहुंचते ही नंद किशोर चौधरी की पत्नी प्रमिला देवी व बाहर से बुलाये गये उसके समर्थक अतिक्रमण वाली जगह पर बने घर में आगजनी व तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे नाराज आसपास के ग्रामीण प्रशासन की टीम से भिड़ गये। ग्रामीणों ने सभी के वाहनों की हवा निकाल सीओ को बंधक बना लिया। बाद में विवाद बढ़ते देख कल्याणपुर, पूसा पुलिस सहित जिला से भारी संख्या में पुलिस को बुलाया गया। ग्रामीणों का कहना है
कि जिसका घर तोड़ा गया वह काफी गरीब है। दशकों से यहां पर घर बनाकर रह रहा है। उसे बासगीत पर्चा भी मिला हुआ है। पीड़ित का जैसा घर था वैसे ही बना दिया जाए तब सीओ को मुक्त किया जाएगा। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि अगर अतिक्रमण खाली कराना ही है तो सैदपुर बाजार समिति का पूरा अतिक्रमण खाली कराया जाए। हंगामे के दौरान ग्रामीणों ने सैदपुर मुख्य पथ पर लकड़ी रख आवागमन बाधित कर दिया। ग्रामीणों का कहना था पीड़ित शंभू दास गूंगा है और प्रमिला देवी के पति की मौत हो चुकी है। ऐसे में बगैर किसी सूचना के अतिक्रमण हटाने की प्रशासन की कार्रवाई अनुचित है।