सीएस डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने पटोरी अनुमंडल के विभिन्न अस्पतालों का शनिवार को औचक निरीक्षण किया। सीएस के इस निरीक्षण से स्वास्थ्य कर्मियों में अफरातफरी मची रही। इस दौरान पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल में सात डॉक्टर बिना किसी सूचना के गायब मिले। वहीं एक महिला लिपिक भी पिछले दो महीने से गायब पायी गयी ।
सीएस ने बताया कि गायब सभी डॉक्टरों व कर्मियों से जवाब तलब करने के साथ तत्काल वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गयी है। सीएस ने कहा कि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के बाद कोरोना के संभावित तीसरी लहर की तैयारी की समीक्षा की गयी। जिसमें पटोरी में बच्चों के लिए सौ बेड का डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाने पर विचार किया गया। इसके लिए ऑक्सीजन पाइपलाइन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
इसको लेकर दिशा जिसके कारण कुछ लोगों की संख्या निर्देश जारी किया गया है। ग्राउंड व बढ़ायी गयी। फिर सीएस ने फर्स्ट फ्लोर पर पचास-पचास बेड मोहिउद्दीननगर एपीएचसी का निरीक्षण होगा। इसी दौरान बाढ़ की तैयारी की किया, जहां एक महिला डॉक्टर व दो समीक्षा की गयी। जिसमें हेल्थ कैंप कर्मी गायब थे। प्रसव कक्ष की स्थिति भी चिंहित करने का निर्देश दिया गया। साथ खराब थी।
साफ सफाई की व्यवस्था भी ही आवश्यक दवा व उपस्करण को ठीक नहीं थी। सीएस ने व्यवस्था सुधार सुनिश्चित कराने को कहा गया। इसके के लिए पीएचसी प्रभारी को एक सप्ताह बाद सीएस ने शिउरा पूर्वी टोला का अल्टीमेटम दिया। इसके बाद टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। एपीएचसी कुरसाहा के निरीक्षण में भी जहां जीविका व आशा द्वारा एक डॉक्टर गायब मिले। वहीं साफ मोबलाइजनेशन किया जा रहा था। सफाई की भी व्यवस्था सही नहीं थी ।
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