नीतीश कुमार ने जो विकास अति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समाज के लिए किया है ऐतिहासिक है! डॉ दुर्गेश। Samastipur News

झुन्नू बाबा 

समस्तीपुर ! लोहिया आश्रम समस्तीपुर में  जनता दल यूनाइटेड के जिला अध्यक्ष डॉ दुर्गेश राय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समाज के विकास के  लिए जितना काम किया है



 उतना आज तक किसी ने नहीं किया। कुछ लोग अल्पसंख्यक समाज को भ्रमित कर उनका वोट तो लेते हैं लेकिन बिहार में जब उनका शासन था तो उन लोगों ने अल्पसंख्यक समाज के विकास के लिए कभी कुछ नहीं किया।


 अल्पसंख्यक समाज के छात्रों को पढ़ने से लेकर रोजगार तक देने के लिए जो भी काम हुआ है। वह सब काम माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में हुआ है। 


 समस्तीपुर शहर में मॉडल इंटर स्कूल के प्रांगण में अल्पसंख्यक छात्रावास इस बात की गवाही दे रहा है कि अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल किया है।


 लालू जी के शासनकाल से पहले मदरसा में मौलाना को ₹6000 महीना मिलता था जो लालू जी ने अपने शासनकाल में₹3000 महीना कर दिया। आज माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने 2460 मदरसा में से 1000 से ज्यादा मदरसा को सरकारी मान्यता दे दिया है। 


2006 से पहले अल्पसंख्यक समाज में शिक्षा का दर बहुत ही कम था। आज इन 16 वर्षों के शासन में शिक्षा का दर लगभग 80% हो गया है। 2006 से अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। 


अल्पसंख्यक छात्रों को पढ़ने के लिए अलग से प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसके साथ ही प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। 2006 से अब तक लगभग 10000 कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है।


 2007 से लेकर 2022 तक अल्पसंख्यक ऋण योजना चलाकर हजारों अल्पसंख्यक बेरोजगारों को रोजगार देने का काम हुआ है। अब अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के माध्यम से रोजगार के लिए 10 लाख रुपया देने का प्रावधान है। जिसमें ₹500000 सब्सिडी है।


 बिहार के हर जिले में अल्पसंख्यक छात्रों के लिए अलग छात्रावास और छात्राओं के लिए अलग छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। समस्तीपुर जिला में छात्रों के लिए मॉडल इंटर स्कूल के प्रांगण में और छात्राओं के लिए ताजपुर प्रखंड मुख्यालय में छात्रावास का निर्माण कराया गया है। 


इसके साथ ही अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों के लिए पटना में अलग से कोचिंग की व्यवस्था की गई है। जिसमें रहने खाने और पढ़ने की मुफ्त व्यवस्था की गई है। जिसका लाभ अल्पसंख्यक समाज के बच्चे उठा रहे हैं। इस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में अल्पसंख्यक कल्याण की जितनी भी योजनाएं चलाई गई है।


 जो उनके विकास में मददगार है।इन सब योजनाओं से अल्पसंख्यक समाज के लोग अवगत हैं और वह ज्यादा दिनों तक लालू जी और तेजस्वी जी के भरमजाल में नहीं पड़ने वाले हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों के कल्याण एवं विकास के लिए भी बड़े पैमाने पर योजनाएं चलाई है।


 जिसका सीधा लाभ इन वर्गों को मिल रहा है। आज बिहार के हर जिला मुख्यालय में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के नाम पर अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों को पढ़ने के लिए छात्रावास की व्यवस्था की गई है। जहां रहकर इन वर्गों के बच्चे अपनी पढ़ाई पूरा कर सकते हैं। 


आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन राशि से लेकर कोचिंग व्यवस्था तक और पंचायत शासन में आरक्षण देकर इन वर्गों के हाथों में शासन का बागडोर देने का काम भी  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है।आज  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और समाज के सभी वर्गों में भाईचारा  कायम है।


 आज समाज में हिंदू मुस्लिम का कोई झगड़ा नहीं है।जाति से जाति के बीच कोई झगड़ा नहीं है। जबकि लालू जी के शासन में मध्य बिहार में जाति से जाति की लड़ाई हो रही थी और कहीं-कहीं तो हिंदू मुस्लिम के दंगे भी होते रहते थे। एक बार फिर से बिहार को उसी रास्ते पर लौटाने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम चला रहे हैं।


 लेकिन बिहार की जनता सजग और सावधान है। विशेष कर समस्तीपुर जिला भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर का जिला है, इसीलिए इस जिला में  तेजस्वी यादव जी का दाल गलने वाला नहीं है।जब भारत जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को एक कार्यक्रम में कहीं जाना था और गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो रही थी


 तब लालू जी से संपर्क किया गया और उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के प्रति हीन भावना से ग्रसित होकर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं गाड़ी क्यों नहीं खरीदते हैं जो दूसरे से गाड़ी मांगते रहते हैं। अति पिछड़ा समाज से आने वाले भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति लालू जी का यह विचार अति पिछड़ा समाज के प्रति उनके अपमान को दर्शाता है 


अभी बिहार के लोकसभा चुनाव में अति पिछड़ा की इतनी बड़ी आबादी होते हुए भी राजद ने केवल दो सीट दिया। जबकि एनडीए की ओर से 6 उम्मीदवार चुनाव लड़ें। जो दर्शाता है की अति पिछड़ा के प्रति उनके मन में क्या है।


प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यालय प्रभारी सुबोध कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी अनस रिजवान, धर्मदेव सिंह कुशवाहा, जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष अशरफी सहनी, प्रमोद मिलिंद,कौशल सिंह कुशवाहा,रज़ा अहमद, नरेंद्र भगत, हरिवंश सिंह,सुरज यादव आदि मौजूद रहे।

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