कृषि समन्वयक को ग्रामीणों ने बनाया बंधकः बांस के पेड़ से बांधे हाथ। Samastipur News


• डीजल अनुदान नहीं मिलने से नाराज थे किसान

                  ( झुन्नू बाबा )

समस्तीपुर में मंगलवार को कृषि समन्वयक को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। खेत में बांस के पेड़ से उनके दोनों हाथ बांध डाले। इसके बाद उनसे वरीय पदाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे।



 कृषि समन्वयक विजय शंकर कुमार रोसरा प्रखंड के मऊ नगर पूर्व पंचायत पहुंचे थे। यहां डीजल अनुदान को लेकर स्थल का निरीक्षण करने आए थे। इसी दौरान ग्रामीणों का उन पर गुस्सा फुटा।


किसानों का आरोप है कि कृषि समन्वयक उनसे फॉर्म भराकर जीरो टैग फोटो खींचकर ले गए हैं। लेकिन अनुमंडल कृषि पदाधिकारी द्वारा उनके आवेदन को रद्द कर दिया गया है।


 जबकि सारी प्रक्रिया कृषि समन्वयक करते हैं। इस वजह सेलोगों ने कृषि समन्वयक को ही बंधक बना लिया है। ताकि वरीय पदाधिकारी मौके पर आएं और वस्तु स्थिति को समझें।


 प्रखंड के मऊ नगर पूर्वी पंचायत के किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा डीजल अनुदान की राशि दिए जाने की घोषणा की गई थी। कृषि समन्वयक गांव में आकर आवेदन फॉर्म भर जीरो टैग कर खेत में फोटो भी खींची। सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद वह यहां से आवेदन लेकर गए थे। लेकिन उनके आवेदन को रद्द कर दिया गया।


आवेदन रद्द करने का आधार बताया गया कि पिता की जमीन में बेटा और पोता बंटाईदार नहीं हो सकता। इसके अलावा भी कई तरह की कमियां बताई गई है। जिसे गरीब किसान जो कर्ज लेकर खेती कर रहे हैं, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 


किसान परमेश्वर यादव ने कहा कि उन लोगों ने डीजल अनुदान के लिए आवेदन किया था।ने डीजल अनुदान के लिए आवेदन किया था। आवेदन उन्होंने कृषि समन्वयक को दी। वह गांव में आकर आवेदन लिए फिर इनका आवेदन रद्द हो गया।


 क्योंकि सारी प्रक्रिया कृषि समन्वयक ही करते हैं, इसीलिए इन लोगों ने इन्हें ही बंधक बना लिया। ताकि वरीय अधिकारी आकर वस्तु स्थिति को समझें। गांव के मकेश्वर यादव ने कहा कि इन्होंने भी डीजल अनुदान के लिए आवेदन किया था। 


लेकिन इनका आवेदन भी अनुमंडल में रद्द कर दिया गया। वहीं, बाद में रोसरा पुलिस और गांव के लोगों ने बीच-बचाव कर कृषि समन्वयक को मुक्त कराया है। फिलहाल, स्थिति सामान्य है।

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