झुन्नू बाबा
समस्तीपुर !-प्रधानमंत्री समस्तीपुर मंडल के 23 " एक स्टेशन एक उत्पाद" केंद्र (सलौना, दरभंगा, लहेरियासराय, मधुबनी, राजनगर, झंझारपुर, घोघरडीहा, बापूधाम मोतिहारी, चकिया, मेहसी, मोतीपुर, बगहा, नरकटियागंज, बेत्तिया, रक्सौल, सगौली, सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, निर्मली, सुपौल, हसनपुर रोड, रुसेराघाट एवं समस्तीपुर), 06 गुड्स शेड (अलौली, भगवानपुर देसुआ, बिहारीगंज, ढंग, महरैल एवं रीगा) एवं 01 जन औषिधि केंद्र (दरभंगा), सकरी-निर्मली एवं सहरसा- फारबिसगंज आमान परिवर्तित रेलखंड, सगौली- मझौलिया दोहरीकरण, साठी- हरिनगर दोहरीकरण, भैरोगंज खरपोखरा - दोहरीकरण, बगहा - वाल्मीकिनगर दोहरीकरण तथा समस्तीपुर रामभद्रपुर दोहरीकरण का लोकार्पण करेंगे।
इसी दिन माननीय प्रधानमंत्री जी नरकटियागंज स्टेशन पर कोचिंग कॉम्प्लेस (वाशिंग पिट के साथ) का शिलान्यास करेंगे ! भारत सरकार के वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने, स्थानीय/स्वदेशी प्रोडक्ट के लिए एक मार्केट प्रदान करने और समाज के वंचित वर्गों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर जुटाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे ने "एक स्टेशन एक उत्पाद" स्कीम शुरू की है। इस योजना के तहत, रेलवे स्टेशनों पर OSOP केन्द्रों को स्वदेशी/स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए आवंटित किया जाता है। OSOP केन्द्रों कर स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियाँ, स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाये गये हस्तशिल्प, कपड़े पर चिकनकारी/जरी का काम, संसाधित/अर्ध संसाधित खाद्य पदार्थ/उत्पाद जिनका देश में उत्पादन हुआ है, शामिल है। उदाहरण के लिए कपड़े पर मधुबनी पेंटिंग का काम, बांस से बने हस्तशिल्प, मिलेट उत्पाद, हस्तनिर्मित सजावटी सामान, कृषि उत्पाद, मिठाईयों, अचार जैसे स्थानीय खाद्य उत्पादों का प्रदर्शन व बिक्री की जाती है।"एक स्टेशन एक उत्पाद" योजना स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों, जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन एवं कल्याण सहित आजीविका और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने तथा स्थानीय व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला में मदद करने में एक सहायक कड़ी बनेगी। इससे स्थानीय हस्तशिल्प व छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा | रेलवे स्टेशनों पर "एक स्टेशन एक उत्पाद" केन्द्रों के होने से स्थानीय कारीगरों और उत्पादों को एक बाजार मिलेगा और उनसे जुड़े स्थानीय कारीगर व अन्य लोग इस अतिरिक्त आय स्रोत से लाभान्वित होंगे। इससे 3:56 pm स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार का एक नया अवसर पैदा होगा और वे आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। माल व्यापारियों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आधुनिक सुविधाओं से लैस माल गोदामों को खोला गया है जहाँ व्यापारी अपना माल आसानी से मँगवा सकते हैं। सड़कमार्ग से माल मंगवाना रेल की अपेक्षा मंहगा होता है जिस कारण व्यापारिओं का लागत मूल्य बढ़ जाता है। इन माल गोदामों का प्रयोग कर समस्तीपुर मंडल के माल व्यापारी अपना माल जैसे स्ट्रोन चिप्स, सीमेंट, फूड ग्रेन आदि देश के किसी भी स्थान से कम खर्च पर मँगवा सकते हैं। इन माल गोदामों के कारण स्थानीय श्रमिकों, ट्रक / ट्रैक्टर मालिकों को भी रोजगार मिलेगा तथा माल गोदाम के आसपास रहने वाले अन्य लोगों के लिए भी रोजगार का अतिरिक्त अवसर मुहैया होगा। इन माल गोदामों के द्वारा माल व्यापारी देश के किसी भी गंतव्य स्थान हेतु अपना माल भेज भी सकते हैं जिससे स्थानीय उत्पादकों को भी एक विस्तृत बाजार मिलेगा। जन औषिधि केन्द्रों के माध्यम से सभी की लिए, विशेष रूप से गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सस्सी कीमतों पर उच्च गुणवता वाली दवाईयां उपलब्ध कराना, ताकि स्वास्थ्य की देखभाल में होने वाले खर्च को कम किया जा सके। इन केन्द्रों के प्रमुख लक्ष्य हैं: जेनेरिक दवाईयों के लिए जनता में जागरूकता उत्पन्न करना, चिकित्सकों के माध्यम से जेनेरिक दवाईयों की मांग उत्पन्न करना, सभी चिकित्सीय समूहों द्वारा आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली जेनेरिक दवाईयाँ उपलब्ध कराना, सभी प्रकार के स्वास्थ्य सम्बंधित उत्पादों को इस योजना के तहत उपलब्ध कराना । रेलखण्डों के दोहरीकरण होने से रेलगाड़ियों के परिचालनिक समय में कमी आएगी जिससे यात्रियों के बहुमूल्स समय की बचत होगी। नरकटियागंज में लगभग 49.85 करोड़ की लागत से कोचिंग काम्प्लेक्स का निर्माण किया जायेगा जिसमे वाशिंग पीट की सुविधा भी प्रदान किया जाना है। इस कोचिंग काम्प्लेक्स के निर्माण पूर्ण होने से नरकटियागंज में गाड़ियों का अनुरक्षण किया जा सकेगा।